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भजन संध्या में ख्यातनाम कलाकारों की प्रस्तुतिइस भव्य आयोजन में देशभर के प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। राजस्थान के सुप्रसिद्ध गायक प्रवीण माली की मधुर भजन संध्या आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगी।
सिरोही | सिरोही जिले के धान्ता गांव में प्रतिष्ठा महोत्सव की भव्य शुरुआत हो गई है। इस महोत्सव के तहत साच्चेश्वर महादेव और सच्चियाय माता के साढ़े आठ सौ साल पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। इस पुनर्निर्माण कार्य का श्रेय आनंदपाल सिंह देवड़ा और उनके परिवार को जाता है।
इस पावन अवसर पर पूरा गांव और आसपास के क्षेत्र के लोग आयोजन में भाग ले रहे हैं। संतों के सान्निध्य में संपन्न हो रहे इस महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
तीन दिवसीय आयोजन में प्राण प्रतिष्ठामाघ शुक्ला द्वितीया से पंचमी तक चलने वाले इस तीन दिवसीय आयोजन में शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। धान्ता के ठाकुर गजेन्द्र सिंह देवड़ा और ग्रामवासियों के अनुसार, मंदिर जीर्णोद्धार का मुख्य दायित्व आनंदपाल सिंह देवड़ा और उनके परिवार ने निभाया है। आयोजन के तहत गुरुवार रात को मेहंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, वहीं शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई।
सिंदरथ निवासी हेमंत पुरोहित ने बताया कि कलश यात्रा हमारी संस्कृति, आस्था और एकता का प्रतीक है। इस यात्रा में श्रद्धालुओं की भक्ति और उत्साह देखते ही बन रहा था। शोभायात्रा के साथ पहले दिन मूर्तियों का मंडप प्रवेश, स्थापन पूजन, अग्नि पूजन और संध्या आरती का आयोजन किया गया।
अनुष्ठानों की विस्तृत श्रृंखलाआयोजन के दूसरे दिन, यानी एक फरवरी को स्वप्न विधि, प्रासाद वास्तु, शांति पौष्टिक होम, नवचण्डी यज्ञ और संध्या आरती का विशेष आयोजन होगा। वहीं, 2 फरवरी (पंचमी) को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य आयोजन होगा। इस दिन प्रातः पूजन, स्थापित देवता होम, अभिजीत मुहूर्त में मूर्ति स्थापना और महाप्रसादी का वितरण किया जाएगा। पूर्णाहुति आरती के साथ आयोजन का समापन होगा।
भजन संध्या में ख्यातनाम कलाकारों की प्रस्तुतिइस भव्य आयोजन में देशभर के प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। राजस्थान के सुप्रसिद्ध गायक प्रवीण माली की मधुर भजन संध्या आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगी। इसके अलावा, प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम रात्रि में छोटू सिंह रावणा अपनी प्रस्तुति देंगे। एक फरवरी को संत प्रकाशदास जी महाराज तथा 2 फरवरी को प्रकाश माली अपने भजनों से श्रद्धालुओं को भक्तिरस में डुबो देंगे।
आस्था और इतिहास का संगमयह मंदिर करीब साढ़े आठ सौ साल प्राचीन है और इस पर स्थित शिलालेख के अनुसार, इसकी प्रतिष्ठा बसंत पंचमी के दिन ही संपन्न होनी लिखी गई थी। यह एक दिव्य संयोग है कि साढ़े आठ सौ साल बाद एक बार फिर मंदिर की प्रतिष्ठा बसंत पंचमी के दिन ही की जा रही है। सिरोही जिले में धान्ता गांव अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता के लिए जाना जाता है। यहां की पहाड़ियों में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है।
इसके अतिरिक्त, हनुमानदास महाराज की समाधि भी श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है। 36 कौमों की सहभागिता से हो रहे इस प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर न केवल धान्ता गांव, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी उत्साह का माहौल है।