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चुनाव में भाजपा व कांग्रेस ने जमकर ताकत झोंकी
परिणाम से पहले दोनों ही दलों ने दौसा सीट पर जीत का दावा किया
एक लाख की लीड होने के बाद कांग्रेस की खेमे में खुशी का माहौल है।
दौसा | कांग्रेस (INC) का मजबूत रही दौसा लोकसभा सीट पर गत डेढ़ दशक से पंजे की पकड़ ढीली हो गई थी। आज होने वाली मतगणना के चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद पता चलेगा कि कांग्रेस (INC) वापसी कर पाती है या फिर भाजपा (BJP) अपनी हैट्रिक बनाने में कामयाब होगी। इस चुनाव में भाजपा (BJP) व कांग्रेस (INC) ने जमकर ताकत झोंकी।
बस्सी से विधायक रह चुके कन्हैयालाल मीना को भाजपा (BJP) ने मैदान में उतारा तो कांग्रेस ने दौसा विधायक मुरारीलाल मीना पर दांव खेला। दोनों ही उम्मीदवारों के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिला। परिणाम से पहले दोनों ही दलों ने दौसा सीट पर जीत का दावा किया है।
दौसा लोकसभा सीट से भी चुनावी रुझान में कांग्रेस (INC) के मुरारीलाल मीना लगातार 1 लाख वोट से अधिक बढ़त पर आगे चल रहे हैं। एक लाख की लीड होने के बाद कांग्रेस (INC) की खेमे में खुशी का माहौल है।
दौसा संसदीय सीट पर अब तक 19 बार चुनाव हुए हैं। इनमें 12 दफा कांग्रेस, 4 बार भाजपा (BJP) तथा 3 चुनाव परिणाम अन्य के खाते में गए। कुल 7 चुनाव जीतकर 23 साल तक पायलट परिवार दौसा सीट पर काबिज रहा है। राजेश पायलट 5 बार तथा रमा पायलट व सचिन पायलट एक-एक बार दौसा से सांसद चुने गए हैं।
कांग्रेस के दिग्गजों में शामिल रहे पण्डित नवल किशोर शर्मा भी तीन बार सांसद चुने गए थे। वे भी केन्द्र सरकार में केबिनेट मंत्री (cabinet minister) रहे थे। दौसा सीट के 72 साल के संसदीय इतिहास में मात्र 26 साल कांग्रेस के पास यह सीट नहीं रही। अब देखना यह है कि कांग्रेस (cabinet minister) वापसी कर पाती है या फिर भाजपा (BJP) लगातार तीसरी बार सफलता पाती है।
पीएम (PM) मोदी से लेकर कई नेताओं ने किया प्रचार
दौसा संसदीय सीट पर भाजपा (BJP) के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई नेताओं ने प्रचार किया। भाजपा (BJP) ने प्रदेश की अन्य सीटों की तुलना में दौसा सीट को टक्कर का मानकर पूरा जोर लगाया था। इधर, कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी, सचिन पायलट व अशोक गहलोत ने सभाएं की।
विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
दौसा लोकसभा क्षेत्र में पांच विधायक भाजपा (BJP) के हैं तो तीन कांग्रेस के हैं। इन सभी को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को जितवाने की जिम्मेदारी संगठन ने दी थी। अब परिणाम आने पर पता चलेगा कि कहां नुकसान हुआ और कहां फायदा।
कांग्रेस में दौसा से खुद उम्मीदवार मुरारीलाल मीना विधायक हैं तो बस्सी से लक्ष्मण मीना व थानागाजी से कांतीलाल मीना विधायक हैं। भाजपा में सिकराय से विक्रम बंशीवाल, लालसोट से रामबिलास मीना, महुवा से राजेन्द्र मीना, बांदीकुई से भागचंद टांकड़ा व चाकसू से रामावतार बैरवा विधायक हैं। इनके अलावा भी हारे-जीते कांग्रेस व भाजपा (BJP) प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।