Bollywood | सौरभ शुक्ला भारतीय सिनेमा के एक प्रसिद्ध अभिनेता और पटकथा लेखक हैं। उन्होंने अपने अभिनय और लेखन कौशल से बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनका करियर न केवल अभिनय के क्षेत्र में बल्कि पटकथा लेखन में भी उल्लेखनीय रहा है। सौरभ शुक्ला को उनकी बेहतरीन अभिनय के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं, जिनमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं।
सौरभ शुक्ला का जन्म 5 मार्च 1963 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक साधारण परिवार में हुआ था, जहां उनके परिवार ने हमेशा उन्हें शिक्षा और कला के क्षेत्र में प्रेरित किया। शुक्ला जी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई इलाहाबाद से ही की और फिर अभिनय में रुचि होने के कारण मुंबई का रुख किया।
सौरभ शुक्ला ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1990 के दशक में की। वे बॉलीवुड फिल्मों में छोटे लेकिन प्रभावशाली किरदारों के लिए जाने जाते हैं। उनका पहला बड़ा अभिनय हिट फिल्म "राजू बन गया जेंटलमैन" (1992) में था, जहां उन्होंने एक अहम भूमिका निभाई। इसके बाद, उन्होंने कई फिल्मों में सहायक अभिनेता के तौर पर काम किया, लेकिन उनकी पहचान फिल्म "गैंग्स ऑफ वासेपुर" (2012) से बनी, जिसमें उन्होंने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सौरभ शुक्ला न केवल अभिनेता हैं, बल्कि वे एक बेहतरीन पटकथा लेखक और निर्देशक भी हैं। उन्होंने कई फिल्मों के लिए संवाद और पटकथाएं लिखीं, जिनमें "जोश" (2000) और "राजू चाचा" (2000) जैसी फिल्में शामिल हैं। वे "जंजीर" (2013) जैसी फिल्मों के निर्देशक भी रहे हैं। उनके लेखन में संवादों का एक खास अंदाज होता है, जो दर्शकों के दिलों को छू जाता है।
सौरभ शुक्ला ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा से भारतीय फिल्म उद्योग में अपनी महत्वपूर्ण जगह बनाई है। उन्हें "गैंग्स ऑफ वासेपुर" में उनके अद्वितीय प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्हें 2014 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला, जो उनके अभिनय और लेखन के प्रति उनकी मेहनत का प्रतीक है।