Rajasthan : सिंगापुर यात्रा से प्रदेश में निवेश आकर्षित करने की उम्मीद

सिंगापुर यात्रा से प्रदेश में निवेश आकर्षित करने की उम्मीद
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
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उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने इसके बाद पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी और इससे जुड़े क्षेत्रों में राजस्थान और सिंगापुर के बीच सहयोग की संभावनाओं को तलाशने के लिए चांगी हवाई अड्डे और सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड के अधिकारियों के साथ मुलाकात की

जयपुर। ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के लिए सिंगापुर में आउटरीच को जारी रखते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज सिंगापुर सरकार की कुछ प्रमुख एजेंसियों के अधिकारियों से मुलाकात की, जिसमें पब्लिक यूटीलिटिज बोर्ड (पीयूबी), जो सिंगापुर की राष्ट्रीय जल एजेंसी है

लैंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एलटीए) और सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड शामिल हैं। इन एजेंसियों के अधिकारियों के साथ हुई मुलाकात में राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सतत जल प्रबंधन, शहरी भूमि परिवहन और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की और सिंगापुर और राजस्थान के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने की अपेक्षा जतायी।

अपनी सिंगापुर यात्रा के आज तीसरे और आखिरी दिन, राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर की राष्ट्रीय जल एजेंसी  पब्लिक यूटीलिटिज बोर्ड (पीयूबी) के परिसर का दौरा किया। इस दौरान कार्बन फुटप्रिंट को कम करने तथा रिसाइक्ल्ड पानी के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए पीयूबी द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी प्रतिनिधिमंडल को दी गयी।

सिंगापुर को सस्टेनेबल और क्लाइमेट फ्रेंडली ग्रोथ के अनुकूल बनाने में पीयूबी द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना करते हुए उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, _“भौगोलिक और प्राकृतिक अवरोधों के बावजूद नहरों और जल संचयन की विभिन्न प्रणालियों को अपना कर राजस्थान पानी से जुड़ी अपनी जरूरतों का प्रबंधन सफलतापूर्वक करता रहा है। जल प्रबंधन के पीयूबी के सफल मॉडल से हम सीखने का प्रयास करेंगे और राजस्थान में इसके कार्यान्वयन की संभावनाओं की भी कोशिश करेंगे।”_

इसके बाद, राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के लैंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (एलटीए) के परिसर का भी दौरा किया और वहां के अधिकारियों के साथ सस्टेनेबल पब्लिक ट्रांसपोर्ट और साइकिलिंग और पैदल चलने के बुनियादी ढांचे के विकास के क्षेत्र में संभावित सहयोग पर चर्चा की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने एलटीए परिसर का भ्रमण भी किया और सार्वजनिक परिवहन की प्रमुख परियोजनाओं और भविष्य के लैंड ट्रांसपोर्ट मॉडल विकसित करने के लिए अपनायी जा रही नई तकनीकों की भी जानकारी ली। 

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने इसके बाद पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी और इससे जुड़े क्षेत्रों में राजस्थान और सिंगापुर के बीच सहयोग की संभावनाओं को तलाशने के लिए चांगी हवाई अड्डे और सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।

इस बैठक में, राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड से अनुरोध किया कि अपने अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और मनोरंजन केंद्र के जरिये विदेशों से सिंगापुर आने वाले पर्यटकों को राजस्थान आने के लिए प्रेरित करने के संबंध में विचार करें और पर्यटकों के लिए जयपुर में भी ऐसा ही एक केंद्र स्थापित करें।

साथ-ही-साथ, सिंगापुर और जयपुर के बीच सीधी हवाई सेवा स्थापित करने पर भी विचार करने का आग्रह राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने किया। सिंगापुर और राजस्थान के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के इन दोनों प्रस्तावों के बारे में सिंगापुर टूरिजम बोर्ड के अधिकारियों ने विचार करने का आश्वासन दिया। इस चर्चा के दौरान, सिंगापुर टूरिज्म बोर्ड ने कहा कि राजस्थान के ट्रैवल एजेंटों को वह नेशनल एसोसिएशन ऑफ ट्रैवल एजेंट्स द्वारा इस महीने के अंत में आयोजित एक पर्यटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित करते हैं।  

अपने 4-दिवसीय सिंगापुर दौरे के आखिरी चरण में, उद्योग और वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर में विशेषज्ञता रखने वाली एक प्रमुख सिंगापुर रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी मैपलट्री इन्वेस्टमेंट के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात की। इस बैठक के दौरान कर्नल राठौड़ ने लॉजिस्टिक संबंधी बुनियादी ढांचे की स्थापना के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य के पास उपलब्ध पर्याप्त खाली जमीन और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से इसकी निकटता के चलते राजस्थान निवेश के लिए एक स्ट्रैटेजिक और आदर्श गंतव्य है।

राज्य में मैपलट्री के विस्तार को सुविधाजनक बनाने में राजस्थान सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हुए उद्योग और वाणिज्य मंत्री ने कंपनी को राज्य में मौजूद अवसरों का पता लगाने के लिए राजस्थान आने और आगामी 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया।

बैठक में मैपलट्री के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में एक लॉजिस्टिक केंद्र स्थापित करने में उनकी दिलचस्पी है क्योंकि उनकी कंपनी पुणे, मुंबई और चेन्नई से आगे भी अपने उपक्रमों का विस्तार करना चाहती है। 

आज की इन मुलाकातों और बैठकों के साथ ही 'राइजिंग राजस्थान' ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत सिंगापुर में आयोजित किये गए इन्वेस्टर मीट और अंतरराष्ट्रीय आउटरीच का यह चरण समाप्त हो गया है।

राजस्थान सरकार का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल अब वापस राज्य के लिए रवाना होगा। सिंगापुर के दौरे पर गए हुए इस प्रतिनिधिमंडल में, उद्योग और वाणिज्य मंत्री के अलावा राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव सुधांश पंत, प्रमुख शाशन सचिव (चिकित्सा और स्वास्थ्य) सुश्री गायत्री राठौड़ और राजस्थान सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी निवेशकों, संस्थाओं और कॉरपोरेट जगत के शीर्ष अधिकारियों से लगातार बैठकें कर रही हैं, ताकि आने वाले समय में प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो सके और ‘विकसित राजस्थान’ के लक्ष्य को पूरा करने की ओर बढ़ा जा सके। 

इसके तहत पिछले एक महीने में दिल्ली, मुंबई, सियोल (दक्षिण कोरिया), जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी और कतर की राजधानी दोहा में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं, ताकि निवेशकों को राजस्थान से जुड़ने, प्रदेश में निवेश हेतु आमंत्रित करने और उन्हें राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी निवेशक-अनुकूल नीतियों और अवसरों से अवगत कराया जा सके। इस व्यापक आउटरीच के परिणामस्वरूप राजस्थान सरकार को अब तक 12.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव (एमओयू) प्राप्त हुए हैं, जो राज्य सरकार के प्रयासों में निवेशक और व्यापार समुदाय के जबरदस्त विश्वास को दर्शाता है।

राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है। 

इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा। 

इन्वेस्टर रोडशो के सिंगापुर चरण का आयोजन वहां मौजूद भारतीय उच्चायोग एवं कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंड्स्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से किया जा रहा है। सीआईआई ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का समिट इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है। 

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