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वसुंधरा राजे ने कहा है कि मैं जब भी मंदिर और संतों की शरण में जाती हूं, तो लोग मेरी हंसी उड़ाते हैं, लेकिन संत के माध्यम से ही भगवान तक पहुंचा जा सकता है।
अलवर | किसी भी बड़े काम या चुनावों से पहले धार्मिक यात्रा करती दिखती राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दिनों हर खबर की सुर्खियों में छाई हुई हैं।
अक्सर देखा जाता है कि राजे किसी भी बड़े कार्य से पहले मंदिरों में माथा टेकने पहुंती हैं, लेकिन ये कुछ लोगों को कतई पसंद नहीं आता।
खुद वसुंधरा राजे ने इस बात को मानते हुए कहा है कि मैं जब भी मंदिर और संतों की शरण में जाती हूं, तो लोग मेरी हंसी उड़ाते हैं, लेकिन संत के माध्यम से ही भगवान तक पहुंचा जा सकता है।
पूर्व सीएम राजे गुरूवार को अलवर के टहला एरिया स्थित नारायणी माता क्षेत्र में सैन समाज की पदयात्रा और सम्मेलन में शामिल होने पहुंची थी।
सीएम राजे ने कार्यक्रम में रात को शिरकत की। इस दौरान राजे ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां सड़कों के हालत बेहद खराब है, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार आते ही लोगों को बेहतर सड़के मिलेगी और रुके हुए विकास कार्य फिर से शुरू होंगे।
उन्होंने कहा कि भगवान ने दुनिया बनाई दुनिया में लोग बने। उन लोगों को सुंदर बनाने का काम सैन समाज ने किया है।
संतों के आशीर्वाद से ही मिली बार-बार सफलता
इस दौरान राजे ने देश भर से आए संतों का आभार जताते हुए कहा कि इस समाज ने हमेशा से उनका साथ दिया है, इसीलिए आज वो इस मुकाम पर हैं।
राजे ने ये भी कहा कि आज संतों के और समाजों के आशीर्वाद से ही उनको प्रदेश में बार-बार सफलता मिली है।
आम जनता ही नेताओं की भगवान होती हैं, क्योंकि आम लोग ही नेताओं को सत्ता पर काबिज करते हैं।
गौरतलब है कि भले ही राजे विभिन्न समाज के कार्यक्रमों में शिरकत कर रही हैं, लेकिन उनकी पार्टी के कार्यक्रमों में उपस्थिति कम ही देखी गई।
भाजपा की परिवर्तन यात्रा में भी वसुंधरा राजे न के बराबर ही दिखाई दी थीं।
सियासी गलियारों में तो पार्टी और राजे को लेकर कई तरह के चर्चाएं भी सामने आती रही हैं। पार्टी ने भी अभी तक राजे के सीएम फेस के तौर पर आगे नहीं किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही वोटों की अपील जनता से की जा रही हैं।
अब देखना ये है कि आगे कब और क्या होने वाला हैं।