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अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों आरोपियों का कहना है कि, उनका लक्ष्य अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना है। पुलिस एफआईआर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, हम कई दिनों से इन्हें मारने की फिराक में थे, लेकिन सही समय या मौका नहीं मिला पाया था।
प्रयागराज | यूपी के प्रयागराज में दिन दहाड़े उमेश पाल को मारने वाले अब खुद एक-एक कर मौत के घाट उतर रहे हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में पहले 4 आरोपित एनकाउंटर में मारे गए और बीती शनिवार रात को मुख्य आरोपित अतीक अहम और उसका भाई अशरफ भी 3 बदमाशों के हाथों मारा गया।
हालांकि, पुलिस ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले तीनों बदमाशों को मौके पर ही पकड़ लिया।
अब पुलिस ने इस हत्याकांड में एफआईआर दर्ज करते हुए हत्याकांड में आरोपी लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के खिलाफ कई गंभीर धाराए लगाई हैं।
इसमें तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, धारा 307, आर्म्स एक्ट की धारा 3, आर्म्स एक्ट की धारा 7, आर्म्स एक्ट की धारा 25, आर्म्स एक्ट की धारा 27 और आपराधिक कानून संसोधन की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना लक्ष्य
अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले तीनों आरोपियों का कहना है कि, उनका लक्ष्य अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना है।
पुलिस एफआईआर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि, हम कई दिनों से इन्हें मारने की फिराक में थे, लेकिन सही समय या मौका नहीं मिला पाया था।
आरोपियों का कहना है कि, अतीक-अशरफ के पुलिस रिमांड की सूचना जब से उन्हें मिली थी तब से वे मीडिया कर्मी बनकर स्थानीय मीडिया कर्मियों की भीड़ में रेकी कर रहे थे।
नशे का आदी था आरोपी लवलेश
अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले तीन बदमाशों में से एक की पहचान लवलेश तिवारी के तौर पर हुई है।
लवलेश के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उसके भाई वेद ने लवलेश के बारे में खुलासा किया है वह नशे का आदि था और उसपर चार आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।
इससे पहले वह एक लड़की को थप्पड़ मारने के आरोप में में जेल की हवा भी खा चुका था। जब परिवार ने टीवी पर लवलेश को अतीक पर गोली चलाते देखा तो वे सन्न रह गए।
उसके अपने माता-पिता और भाई से भी संबंध ज्यादा अच्छे नहीं थे। वह परिवार से अलग कटरा में एक किराए के मकान में रहता था। उसके पिता एक स्कूल बस चलाते हैं।
कुख्यात अपराधी है सनी
अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने वाले दूसरे आरोपी सनी उर्फ पुराने भी एक कुख्यात अपराधी है। सनी पर 18 मामले दर्ज है।
सनी हमीरपुर जिले के कुरारा थाना क्षेत्र का रहने वाला है और उसके पिता जगत सिंह व भाई मंगल सिंह की मौत हो चुकी है।
सूत्रों से मिली जानकारी की माने तो सनी का माफिया सुंदर भाटी की गैंग के साथ संबंध है।
अरुण ने पहले कर चुका है सिपाही की गोली मारकर हत्या
अतीक-अशरफ को गोलियों से भुनने वाला तीसरा आरोपी अरुण उर्फ कालिया कासगंज जिले का रहने वाला है। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है। उसके दो भाई हैं जबकि, दो बहनों की शादी हो चुकी है। वह करीब नौ साल से गांव से बाहर है।
साल 2014-15 में कासगंज बरेली-फर्रुखाबाद रेलवे मार्ग पर उसने ट्रेन में लूट के बाद सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उसे जेल भी हुई थी।