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कोटा संभाग प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि कुंदनपुर विधायक भरत सिंह के आरोप सही हैं। यदि प्रमोद जैन भाया ईमानदार हैं तो मानहानि का मुकदमा दर्ज क्यों नहीं कराते।
बारां | BJP Parivartan Yatra: डूंगरपुर से शुरू हुई भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के संयोजक और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया ने अशोक गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
वहीं, कोटा संभाग प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने भी गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि कुंदनपुर विधायक भरत सिंह के आरोप सही हैं। यदि प्रमोद जैन भाया ईमानदार हैं तो मानहानि का मुकदमा दर्ज क्यों नहीं कराते।
हमें परिवर्तन यात्रा के दौरान हर विधानसभा में गहलोत सरकार के प्रति गहरा रोष देखने को मिला है।
कांग्रेस के 200 मिनी मुख्यमंत्री
दरअसल, मंगलवार को भाजपा की परिवर्तन यात्रा बारां के छबड़ा में पहुंची। यहां एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए गरासिया ने कहा कि आमजन भाजपा की ओर उम्मीद की नजरों से देख रहा है, क्योंकि पिछले 5 सालों में कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।
अब जनता भाजपा को एक मजबूत विकल्प के रूप में देख रही है। प्रदेश में आज कांग्रेस के 200 मिनी मुख्यमंत्री बने हुए हैं जो भ्रष्टाचार को संरक्षण देते हैं।
बिना रिश्वत के काम नहीं होते
गहलोत सरकार के इन पांच सालों के कार्यकाल को राजस्थान के इतिहास में सबसे भ्रष्टतम सरकार के कार्यकाल के तौर पर याद रखा जाएगा।
प्रदेश के हर विभाग में बिना रिश्वत के काम नहीं होते, भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कोटा संभाग समेत पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार अपनी जड़े जमा चुका है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 200 विधानसभाओं में कांग्रेस के विधायक व कांग्रेस नेताओं को भ्रष्टाचार की खुली छूट दे रखी है।
विधायक भरत सिंह के आरोप गलत, भाया करें मानहानि का केस
इस दौरान कोटा संभाग प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि बारां से मंत्री प्रमोद जैन भाया पर अवैध खनन के गंभीर आरोप लगे हैं, और हैरानी की बात यह है कि आरोप खुद उनकी पार्टी के विधायक भरत सिंह ने ही लगाए हैं।
मेरा मंत्री प्रमोद जैन भाया से सवाल है कि यदि कुंदनपुर विधायक भरत सिंह के आरोप गलत है तो भाया उन पर मानहानि का केस क्यों नहीं करते।
इससे साफ है कि भरत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप सही है। कैग की रिपोर्ट से स्पष्ट है और ड्रोन सर्वे में साबित हो चुका है कि प्रमोद जैन भाया के संरक्षण में खनन माफिया फल-फूल रहे हैं।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि आरपीएससी पेपर लीक का गढ़ बन चुका है। सरकार दोषियों को सजा दिलाने में नाकाम साबित हुई है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली को सरकार बचा रही है। हाल ही में ईडी के द्वारा आरपीएससी के मेंबर बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया गया है।
प्रदेश की सभी भर्तियों में पेपर लीक होना और उसमें सरकार की सरपरस्ती से आरोपियों को संरक्षण मिलना युवाओं के साथ बड़ा छलावा है।
रोजगार के नाम पर प्रदेश में युवाओं को पेपर लीक का दंश झेलना पड़ा है। प्रदेश में पेपर लीक माफिया, शराब माफिया, खनन माफिया और भू-माफियाओं का एक जाल फैला हुआ है।
लाखों रुपए की मंथली और शराब माफियाओं से की जाने वाली अवैध कमाई कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय तक जाती है। बिगड़ी कानून व्यवस्था और महिला अपराध में राजस्थान प्रदेश में नंबर वन बन चुका है।
आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सरकार की विदाई तय है। बता दें कि इस दौरान मीडिया सहयोगी कविराज सेठी, भाजपा जिला अध्यक्ष बारां जगदीश मीणा और जिला संगठन प्रभारी छगन माहुर मौजूद रहे।