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भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) पूरी तरह से मूड में आ गया है और अब जिलेवार समीक्षा करने जा रहा है। राजस्थान में निर्वाचन आयोग की टीम लगातार चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है।
जयपुर | Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए तारीखों का इंतजार कर रहे लोगों का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) पूरी तरह से मूड में आ गया है और अब जिलेवार समीक्षा करने जा रहा है।
राजस्थान में निर्वाचन आयोग की टीम लगातार चुनावी तैयारियों में जुटी हुई है।
टीम के दौरे का आज दूसरा दिन है। इस संबंध में प्रवीण गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि शनिवार को सभी जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, सभी संभागीय आयुक्त तथा समस्त पुलिस रेंज के महानिरीक्षक के साथ बैठक कर विधानसभा आम चुनाव-2023 की तैयारियों की जिलेवार समीक्षा की जाएगी।
इसके बाद आज शाम 7 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार राज्य कृषि प्रबंध संस्थान दुर्गापुरा में निर्वाचन विभाग की ओर से लगाई स्वीप प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक की थी।
इसके अलावा टीम ने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों का जायजा लिया और अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की थी।
इसी के साथ आयोग ने एन्फोर्समेंट एंजेंसियों जैसे राज्य पुलिस, सीपीएफ, आयकर, आबकारी, परिवहन, वाणिज्यिक कर विभाग, राज्य की लीड बैंक के समन्वयक, रेलव, केंद्रीय सुरक्षा बल, आबकारी, आयकर, परिवहन, वाणिज्य कर, प्रमुख बैंक, नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो और एयरपोर्ट के उच्चाधिकारियों से विधासनभा चुनाव के संबंध में चर्चा की।
टीम ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियों का फीडबैक लिया ।
वहीं इधर, भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मण्डल ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव आयुक्त से मुलाकात करके ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में चुनाव आयोग से प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है । राजेंद्र सिंह राठौड़ ने मतदाता सूचियों को आधार कार्ड से लिंक करने, मतदान केंद्रों को धार्मिक स्थानों पर नहीं खोलने का सुझाव दिया। साथ ही चुनाव आयोग के निर्देशों से तीन वर्ष की अवधि तक एक ही जिले में रहने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों के स्थानांतरण के विषय पर भी चर्चा की।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने कई मतदान केंद्रों पर मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधित करने की प्रक्रिया में हो रहे पक्षपात पर अंकुश लगाने का सुझाव दिया।