समाराम अब मौन क्यों है: विपक्ष में थे तब आपत्ति, अब सत्ता में रहते अवैध निर्माण पर चुप्पी

विपक्ष में थे तब आपत्ति, अब सत्ता में रहते अवैध निर्माण पर चुप्पी
समाराम गरासिया
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Highlights

  • पूर्ववर्ती कांग्रेसराज में लिमड़ी कोठी होटल के निर्माण को लेकर करते थे शिकायत
  • अब खुद की सरकार होने के बावजूद पांच सितारा होटल निर्माण मामले में कुछ नहीं बोल रहे
  • विधायक समाराम गरासिया का दोहरा चरित्र आमजन में बना चर्चा का विषय

सिरोही। हिल स्टेशन माउंट आबू पर जहां लोगों को एक शौचालय निर्माण की अनुमति तक नहीं मिलती, वहीं पांच सितारा होटल का निर्माण धडल्ले से जारी है। 

इस होटल निर्माण में प्रदेश के एक बड़े कांग्रेस नेता का नाम सामने आ रहा है। कांग्रेसराज में शुरू हुए इस अवैध होटल निर्माण पर विपक्षी विधायक समाराम गरासिया ने 2021 में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट डालकर गहलोत सरकार की कार्यशैली सवाल उठाए थे और इसकी लिखित में शिकायत तक कर चुके थे, लेकिन जैसे ही प्रदेश में सत्ता बदली, विधायक गरासिया के सुर भी बदल गए।

भजनलाल सरकार को एक साल हो गया, लेकिन पिंडवाडा विधायक गरासिया अभी तक एक बार भी इस मुददे पर मुखर नहीं हुए। विधायक के इस दोहरे चरित्र की चर्चा आम है। नो कंस्ट्रेक्शन जोन माउंट आबू में जहां आम लोगों को एक 5 गुणा 5 का शौचालय तक निर्माण करने की अनुमति नहीं मिलती है, वहीं हजारों वर्ग गज भूमि में एक आलीशान पांच सितारा होटल का निर्माण किया जा रहा है और प्रशासन मौन है।

नो कंस्ट्रेक्शन जोन में पांच साल में तैयार हो गया आलीशान होटल
प्रदेश के एकमात्र हिलस्टेशन माउंट आबू में अवैध निर्माण का मामला सामने आया हैं। यहां रिपेयरिंग की स्वीकृति की आड़ में लिमडी कोठी में अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा है। लिमडी कोठी को पांच सितारा होटल बनाया जा रहा है। यह होटल किसकी है, इसके मालिक कौन है, इसमें निर्माण कार्य की अनुमति किसने ली, इन सवालों के जवाब स्थानीय प्रशासन के पास नहीं है। 2021 में पिंडवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने माउंट आबू में एक पांच सितारा होटल के अवैध निर्माण को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को शिकायत की थी।

जिस पर तत्कालीन जिला कलेक्टर भगवतीप्रसाद कलाल ने इसकी जांच करवाकर पूरी शिकायत को ही झूठा साबित कर दिया था। कलेक्टर द्वारा करवाई गई जांच रिपोर्ट में बताया था कि लिमडी कोठी रियासत काल में बना तीन मंजिला विशाल भवन हैं। जो वर्तमान में जीर्णशीर्ण होने से इस भवन को रिपेयरिंग किया जा रहा हैं। यानी विधायक समाराम गरासिया की पूरी शिकायत को ही जिला प्रशासन ने झूठी शिकायत साबित कर दिया था। लेकिन, अब तो विधायक की पार्टी ही सत्ता में है, फिर भी इस मुददे पर चुप क्यों है?

लिमडी कोठी का मालिक है कांग्रेस नेता, किरोडी मीणा उठा चुके मुददा
माउंट आबू में निर्माणाधीन यह पांच सितारा होटल जो रियासत काल में गुजरात की लोमड़ी रियासत की प्रॉपर्टी हुआ करती थी। जो लिमडी कोठी के नाम से जानी जाती हैं। कुछ वर्षों पूर्व इस कोठी का बेचान किया गया।

इसमें प्रदेश के बड़े कांग्रेस नेता द्वारा खरीदा गया हैं। इस बात की पुष्टी 2023 में भाजपा नेता किरोडी मीणा ने दस्तावेजों के साथ की थी। किरोडी मीणा दस्तावेजों के साथ ईडी कार्यालय पहुंचे थे, जिसमें उन्होंने पूूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी पूूर्व सांसद बद्री जाखड के संरक्षण में इस होटल का अवैध निर्माण होना बताया था। मीणा ने ईडी को बताया था कि इस होटल में 80 कमरे बनाए गए है।

प्रशासन की जांच में होटल निर्माण को दी थी क्लीनचीट
पूूर्व कलेक्टर भगवतीप्रसाद कलाल ने शिकायत के बाद करवाई जांच में वहां पर सिर्फ रिपेयरिंग का काम होना बताया था। वहां किसी भी प्रकार का नया निर्माण कार्य नहीं किए जाने का हवाला दिया था। जिसकी अनुमति माउंट आबू उपखंड प्रशासन द्वारा दिए जाने का जिक्र किया था, जबकि हकीकत यह है कि पहले यहां तीन मंजिला भवन था और अब नए निर्माण के बाद यहां चार मंजिला भवन तैयार हो चुका है। जबकि, आमजन आज भी छोटा-मोटा रिपेयरिंग भी नहीं करवा पा रहे हैं।

विधायक समाराम बोले-विधानसभा में उठाऊंगा मामला, सरकार देगी जवाब
आमजन के तो शौचालय तक नहीं बन रहे थे और दूसरी तरफ इतना बडा होटल बन रहा था, इसलिए मामले को उठाया था, लेकिन अब कोई ऐसी शिकायत नहीं मिल रही। यदि अब भी निर्माण जारी है तो विधानसभा में मामला उठाऊंगा और सरकार जवाब देगी।
समाराम गरासिया, विधायक, आबू-पिंडवाडा

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