जयपुर। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शनिवार को कोटा जिले के सांगोद में आयोजित जनसुनवाई के दौरान कार्य में लापरवाही की शिकायत मिलने पर तीन कार्मिकों को निलंबित करने के निर्देश दिए।

ऊर्जा मंत्री की जनसुनवाई में 390 से अधिक परिवाद प्राप्त हुए। नागर ने प्राप्त परिवादों के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। ग्रामीणों ने उज्ज्वला योजना के तहत 5 किलो क्षमता के सिलेंडर के स्थान पर और अधिक क्षमता का सिलेंडर उपलब्ध कराने की मांग की। इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री ने एचपीसीएल के सेल्स मैनेजर से बात की। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर इस समस्या के समाधान के लिए केन्द्रीय स्तर पर आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
जनसुनवाई में कई ग्रामीणों ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों के दुर्व्यवहार और काम न करने की शिकायत की। इस पर ऊर्जा मंत्री ने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर सांगोद एसडीओ कार्यालय में कार्यरत सूचना सहायक संदीप नागर, जूनियर असिस्टेंट सुदर्शन राजावत एवं तहसील सांगोद कार्यालय के जूनियर क्लर्क विशाल गोचर को निलंबित करने के निर्देश दिए। नागर ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अपनी समस्याओं को लेकर सरकारी दफ्तर आने वाले लोगों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान करना जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर विभागों के जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे।
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