Highlights
- भारत ने लगातार तीन मैच हारकर अपनी स्थिति मुश्किल कर ली है।
- ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका सेमीफ़ाइनल में पहुँच चुके हैं, चौथी जगह के लिए भारत की टक्कर न्यूज़ीलैंड से है।
- सेमीफ़ाइनल में पहुँचने के लिए भारत को अपने बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे।
- स्मृति मंधाना ने सर्वाधिक रन बनाए हैं जबकि दीप्ति शर्मा ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए हैं।
नई दिल्ली: महिला वर्ल्ड कप (Women's World Cup) में लगातार तीन हार के बाद भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Women's Cricket Team) के सेमीफ़ाइनल (semi-final) में पहुँचने की उम्मीदें हैं। तीन टीमें पहले ही जगह बना चुकी हैं, भारत की टक्कर न्यूज़ीलैंड (New Zealand) से है।
भारतीय टीम की मौजूदा स्थिति
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में लगातार तीन मैच हारने के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम मुश्किल में नज़र आ रही है।
भारत ने इस टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत की थी, जिसमें उसने अपने पहले दो मैच जीते थे।
हालांकि, दो मैच जीतने के बाद भारतीय टीम लगातार तीन मैच हार गई, जिससे उसकी सेमीफ़ाइनल की राह कठिन हो गई है।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच काफ़ी क़रीबी था, जिसमें भारतीय टीम सिर्फ़ चार रन से हार गई।
इस हार के बाद भारतीय क्रिकेटर्स के प्रदर्शन पर सवाल भी उठे, ख़ासकर स्मृति मंधाना ने अपनी ग़लती स्वीकार की।
स्मृति मंधाना ने ख़राब शॉट खेलकर अपना विकेट गँवा दिया था, जबकि वह काफ़ी अच्छा खेल रही थीं।
इन सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या भारत की टीम अब भी सेमीफ़ाइनल में जगह बना सकती है?
सेमीफ़ाइनल की दौड़: कौन कहाँ खड़ा है?
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप अब अपने आख़िरी दौर में पहुँच गया है, जहाँ सेमीफ़ाइनल की दौड़ तेज़ हो गई है।
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका की टीमें पहले ही सेमीफ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं।
इसका मतलब है कि सेमीफ़ाइनल के लिए अब बस एक ही जगह बची हुई है, जिसके लिए कई टीमें दावेदार हैं।
भारत के पाँच मैचों में चार अंक हैं और उसका नेट रन रेट 0.526 है, जो उसकी स्थिति को थोड़ा बेहतर बनाता है।
न्यूज़ीलैंड की टीम के भी पाँच मैचों में चार अंक हैं, लेकिन उसका नेट रन रेट फ़िलहाल भारत से कम (-0.245) है।
न्यूज़ीलैंड की टीम अंक तालिका में पाँचवें नंबर पर है, जबकि भारत चौथे स्थान पर है।
श्रीलंका के भी चार अंक हैं, लेकिन उसने छह मैच खेले हैं, जिससे उसकी उम्मीदें कम हैं।
बांग्लादेश और पाकिस्तान के दो-दो अंक हैं, जिससे वे सेमीफ़ाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हैं।
यानी, सेमीफ़ाइनल में बची हुई एक जगह के लिए भारत की सीधी टक्कर न्यूज़ीलैंड से है।
भारत के सेमीफ़ाइनल में पहुँचने के समीकरण
अगर भारत को सेमीफ़ाइनल में जगह बनानी है, तो उसे न सिर्फ़ अपने बचे हुए दोनों मैच जीतने होंगे, बल्कि अन्य टीमों के प्रदर्शन पर भी नज़र रखनी होगी।
भारत के लिए बेहतर समीकरण तब बनेगा, जब टीम अपने बचे हुए दोनों मैच जीत जाए।
1. भारत अपने दोनों बचे हुए मैच जीत जाए
भारत को अभी न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश से खेलना है, जो उसके लिए महत्वपूर्ण मैच हैं।
अगर भारतीय टीम अपने दोनों मैच जीत जाती है, तो उसके आठ अंक हो जाएँगे, जिससे उसकी स्थिति मज़बूत हो जाएगी।
भारत का नेट रन रेट फ़िलहाल बेहतर है और जीतने की स्थिति में यह और भी बेहतर होगा, जिससे उसे फ़ायदा मिलेगा।
यानी, अगर भारत अपने दोनों मैच जीत जाए, तो सेमीफ़ाइनल में उसके पहुँचने की संभावना सबसे ज़्यादा है।
2. भारत न्यूज़ीलैंड से हार जाए और बांग्लादेश से जीत जाए
अगर भारत की टीम न्यूज़ीलैंड से हार जाती है और बांग्लादेश को हरा देती है, तो उसके पास छह अंक होंगे।
लेकिन इस स्थिति में भारतीय टीम चाहेगी कि न्यूज़ीलैंड अपना आख़िरी लीग मैच इंग्लैंड से हार जाए।
तब दोनों ही टीमों के छह-छह अंक रहेंगे, और बेहतर नेट रन रेट के आधार पर भारतीय टीम सेमीफ़ाइनल में पहुँच सकती है।
3. भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड को हरा दे और बांग्लादेश से हार जाए
अगर ऐसा होता है, तो भारत के पास छह अंक होंगे, जिससे उसकी उम्मीदें बनी रहेंगी।
यानी, एक बार फिर भारत का भविष्य इस पर निर्भर करेगा कि न्यूज़ीलैंड की टीम अपने आख़िरी मैच में कैसा प्रदर्शन करती है।
अगर अपने आख़िरी मैच में न्यूज़ीलैंड की टीम हार जाती है, तो भारत आसानी से सेमीफ़ाइनल में पहुँच जाएगा।
लेकिन अगर न्यूज़ीलैंड की टीम इंग्लैंड को हरा दे, तो फिर दोनों के छह-छह अंक होंगे और एक बार फिर फ़ैसला नेट रन रेट के आधार पर हो सकता है।
भारत के बांग्लादेश से हारने की स्थिति में नेट रन रेट के मामले में टीम पिछड़ सकती है, जो उसके लिए मुश्किल रास्ता हो सकता है।
अगर भारतीय टीम दोनों मैच हार जाए
अगर भारतीय क्रिकेट टीम अपने बचे हुए दोनों मैच हार जाती है, तो उसके खाते में सिर्फ़ चार अंक ही रहेंगे।
साथ ही, दोनों मैच हारने के कारण उसका नेट रन रेट भी बुरी तरह प्रभावित होगा।
भारतीय टीम अगर दोनों मैच हारती है, तो न्यूज़ीलैंड के ख़ाते में कम से कम छह अंक तो आ ही जाएँगे, क्योंकि भारत का एक मैच तो न्यूज़ीलैंड से ही है।
इस स्थिति में अगर न्यूज़ीलैंड की टीम अपना आख़िरी मैच हार भी जाती है, तो उसका सेमीफ़ाइनल में पहुँचना ज़्यादा संभव होगा।
इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए, भारत और न्यूज़ीलैंड का आगामी मैच बेहद अहम है।
क्योंकि इस मैच का फ़ैसला बहुत हद तक तय कर देगा कि कौन सी टीम के सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की ज़्यादा उम्मीद है।
भारतीय टीम का अब तक का प्रदर्शन
भारत ने अपने पहले मैच में श्रीलंका को 59 रनों के बड़े अंतर से मात देकर शानदार शुरुआत की थी।
अपने दूसरे मैच में भारत ने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को भी आसानी से हराया था।
इस मैच में भी भारत की जीत का अंतर बहुत बड़ा था, जिसमें उसने पाकिस्तान को 88 रनों से हराया था।
लेकिन इसके बाद के तीन मैच भारतीय टीम के लिए निराशाजनक साबित हुए, जिससे उसकी लय बिगड़ गई।
दक्षिण अफ़्रीका ने भारत को तीन विकेट से हराया, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने भी उसे तीन विकेट से ही मात दी।
इन दोनों ही मैचों में भारतीय टीम एक समय थोड़ी मज़बूत स्थिति में दिख रही थी, लेकिन आख़िरकार उसने मैच गँवा दिया।
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच भारतीय टीम के लिए काफ़ी अहम था, जिसमें उसे जीत की सख़्त ज़रूरत थी।
भारत ने इस मैच में अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन टीम दबाव नहीं झेल पाई और सिर्फ़ चार रन से यह मैच हार गई।
प्रमुख खिलाड़ी और उनका प्रदर्शन
अभी तक भारत की ओर से सलामी बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना ने सर्वाधिक 222 रन बनाए हैं।
अगर पूरी प्रतियोगिता की बात करें, तो रन बनाने के मामले में वह पाँचवें नंबर पर हैं, जो उनके शानदार फ़ॉर्म को दर्शाता है।
गेंदबाज़ी में भारत की दीप्ति शर्मा ने अभी तक सबसे ज़्यादा 13 विकेट लिए हैं, जो टीम के लिए एक सकारात्मक पहलू है।
टीम को इन प्रमुख खिलाड़ियों से आने वाले मैचों में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी ताकि सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई जा सके।
राजनीति