Highlights
माली महासंगम में समाज के पदाधिकारी सरकार में अपने समाज के लोगों की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मांगों उठाने जा रहे हैं। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में आज माली/सैनी समाज ’माली महासंगम’ आयोजि कर रहा है।
जयपुर | Mali Mahasangam: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के करीब आते ही राजनीतिक दलों के साथ-साथ विभिन्न समाजों के लोग भी एक्टिव मोड पर आ चुके हैं।
ऐसे में राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मांगों को लेकर विभिन्न समाजों की ओर से भी अपना शक्तिप्रदर्शन किया जा रहा है।
पहले जाट महाकुंभ, क्षत्रिय महाकुंभ, ब्राह्मण महासभा, कुमावत महापंचायत, अहीर समाज का महाकुंभ और अब माली/सैनी समाज भी अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहा है।
राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार यानि आज माली/सैनी समाज ’माली महासंगम’ आयोजि कर रहा है।
इस महासंगम में राजस्थान ही नहीं राजस्थान के बाहर से भी माली समाज के लोग जुटेंगे।
राजस्थान माली महासभा के अध्यक्ष छुटटनलाल सैनी ने अधिक से अधिक लोगों के आने का आहवान किया।
’माली महासंगम’ में अलसुबह से ही समाज के लोग शामिल होने पहुंच रहे हैं।
महासंगम को लेकर लोगों में बेहद उत्साह देखा जा रहा है और लोग नाचते-गाते सभा की ओर कूच कर रहे हैं।
महासंगम में आने वाले समाज के लोगों के लिए डेढ़ लाख से अधिक भोजन के पैकट तैयार करवाए गए हैं।
इस माली महासंगम में समाज के पदाधिकारी सरकार में अपने समाज के लोगों की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मांगों उठाने जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस महासंगम के मुख्यअतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) होंगे। उनके साथ यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या (Keshav Prasad Maurya) भी यहां मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी माली समाज से हैं, लेकिन अभी वे जोधपुर दौरे पर है।
माली महासंगम में ये रहेंगी प्रमुख मांगें
- माली/सैनी, कुशवाह, शाक्य समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग।
- लोकसभा में महात्मा ज्योतिबा फुले प्रतिमा लगाने की मांग।
- महात्मा ज्योतिबा सावित्री बाई फुले के संघर्षमयी इतिहास को पाठ्यक्रम में पढ़ाने की मांग।
- विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा से 20-20 टिकट देने की उठाएंगे मांग।
- ज्योति राव फुले को भारत रत्न सम्मान दिए जाने जैसी मांग।
विधाधर नगर स्टेडियम में आयोजित माली महासंगम में जनप्रतिनिधि व समाज से जुड़े पदाधिकारियों के अलावा भामाशाह, संत-महात्माओं को भी मंचासीन किया गया है।
इस महासंगम के लिए राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियों से जुड़ी राजनीतिक हस्तियों को भी निमंत्रण दिया गया है।