Highlights
- राज्यमंत्री ओटाराम देवासी पर लगे आरोपों को लेकर भाजपा ने किया पलटवार।
- पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के आरोपों को भाजपा ने बताया बेबुनियाद।
- भाजपा महामंत्री ने आरोपों को सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास बताया।
- राम झरोखा मंदिर भूमि मामले में जांच के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं।
सिरोही: राज्यमंत्री ओटाराम देवासी (State Minister Otaram Dewasi) पर लगे आरोपों को लेकर भाजपा (BJP) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा (Former MLA Sanyam Lodha) ने मंत्री देवासी और उनके पुत्र पर आरोप लगाए थे, जिसे भाजपा ने बेबुनियाद बताया।
सिरोही में आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के दोनों महामंत्री गणपतसिंह राठौड़ और नरपत सिंह राणावत के साथ दो प्रवक्ताओं ने संयुक्त रूप से अपना पक्ष रखा। उन्होंने पूर्व विधायक संयम लोढ़ा द्वारा मंत्री और उनके पुत्र पर लगाए गए भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
सस्ती लोकप्रियता के लिए निराधार आरोप: भाजपा महामंत्री
भाजपा महामंत्री गणपतसिंह राठौड़ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व विधायक संयम लोढ़ा सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने हेतु ऐसे निराधार आरोप न लगाएं। उन्होंने लोढ़ा को चुनौती देते हुए कहा कि यदि मंत्री ओटाराम देवासी और उनके पुत्र द्वारा किसी भी प्रकार के अवैध लेनदेन का पुख्ता प्रमाण है, तो उसे तत्काल सार्वजनिक करें।
राठौड़ ने स्पष्ट किया कि बिना किसी ठोस सबूत के इस तरह के आरोप लगाना केवल राजनीतिक द्वेष और व्यक्तिगत दुश्मनी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भाजपा ऐसे मनगढ़ंत और आधारहीन आरोपों का पुरजोर खंडन करती है।
झूठ और मनगढ़ंत आरोपों पर आत्मनिरीक्षण करें: राणावत का पलटवार
दूसरे महामंत्री नरपत सिंह राणावत ने भी पूर्व विधायक के आरोपों को पूरी तरह से बेबुनियाद और तथ्यहीन बताया। उन्होंने संयम लोढ़ा पर पलटवार करते हुए कहा कि झूठ और मनगढ़ंत आरोप लगाने वाले व्यक्तियों को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
राणावत ने जोर देकर कहा कि भाजपा और उसके सभी नेता सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता और ईमानदारी में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, लेकिन आरोप हमेशा पुख्ता तथ्यों और प्रमाणों पर आधारित होने चाहिए।
राम झरोखा मंदिर भूमि विवाद पर जांच के निर्देश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राम झरोखा मंदिर की भूमि पर पट्टों के मामले में भी भाजपा प्रवक्ताओं ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और स्थानीय सांसद पहले ही इस संबंध में प्रशासन को विस्तृत निर्देश दे चुके हैं।
प्रवक्ताओं ने दोहराया कि यदि कहीं भी कोई नियम विरुद्ध कार्य हुआ है या नियमों का उल्लंघन किया गया है, तो उसकी निष्पक्ष और गहन जांच अवश्य की जाएगी। भाजपा किसी भी गलत कार्य का समर्थन नहीं करती है और कानून का पूर्ण पालन सुनिश्चित करेगी।
भाजपा नेताओं ने कहा कि यह आरोप केवल राजनीतिक माहौल को खराब करने और मंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास है। उन्होंने जनता से ऐसे भ्रामक प्रचार से गुमराह न होने की अपील की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस का समापन करते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और सच्चाई जल्द ही सामने आएगी। उन्होंने पूर्व विधायक से प्रमाण प्रस्तुत करने की अपनी मांग दोहराई।
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