Highlights
- "आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान" प्रधानमंत्री मोदी के 'विकसित भारत 2047' के सपने को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम।
- अभियान का उद्देश्य हर भारतीय को सक्षम और स्वावलंबी बनाना, देश के विकास में भागीदार बनाना।
- स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देना और "वोकल फॉर लोकल" को अपनाना आत्मनिर्भरता का पहला कदम।
- 15 सितंबर से 25 दिसंबर तक प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जयपुर, 04 अक्टूबर 2025। सांसद मंजू शर्मा ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत 2047' के सपने को पूरा करने की दिशा में "आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान" एक महत्वपूर्ण और निर्णायक कदम है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में चलाया जा रहा यह अभियान केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक विशाल जनआंदोलन का रूप ले चुका है। इसका मूल उद्देश्य प्रत्येक भारतीय नागरिक को सक्षम और सशक्त बनाना है, ताकि वह न केवल स्वयं स्वावलंबी बन सके, बल्कि देश के समग्र विकास में भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सके।
आत्मनिर्भरता का पहला कदम: स्थानीय को प्राथमिकता
सांसद मंजू शर्मा ने जोर देकर कहा कि आत्मनिर्भरता की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम स्थानीय उत्पादों और सेवाओं को प्राथमिकता देना है।
उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आज देश के हर क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने, युवाओं के कौशल विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित करने और स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
इस अभियान में महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को भी विशेष रूप से बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
युवाओं को नवाचार और स्टार्टअप्स से जोड़ना
श्रीमती शर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें नवाचार, स्टार्टअप्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने सभी देशवासियों से "वोकल फॉर लोकल" के मंत्र को अपनाने और स्थानीय उत्पादों व सेवाओं का अधिक से अधिक उपयोग करने का आह्वान किया।
उनका मानना है कि यह केवल आर्थिक विकास का ही नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करने का माध्यम है।
प्रदेशभर में आयोजित होंगे विभिन्न कार्यक्रम
सांसद मंजू शर्मा ने अभियान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि आत्मनिर्भर अभियान के तहत 15 सितंबर से 25 दिसंबर तक प्रदेशभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इन कार्यक्रमों में व्यापारी सम्मेलन, उद्योग सम्मेलन, प्रभात फेरी, मशाल यात्रा, नुक्कड़ नाटक, किसान मार्च, संत सम्मेलन, महिला सूक्ष्म उद्यमी सम्मेलन, आत्मनिर्भर भारत संकल्प सेमिनार और चित्रकला प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। इन आयोजनों का लक्ष्य समाज के हर वर्ग तक आत्मनिर्भरता का संदेश पहुंचाना और उन्हें इस जनआंदोलन से जोड़ना है।
भारत की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ती गति
श्रीमती शर्मा ने भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में हो रही प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मिट्टी के साधारण दीयों से लेकर सेना के अत्याधुनिक हथियार तक, सभी अब भारत में ही तैयार किए जा रहे हैं।
उन्होंने कोरोनाकाल का स्मरण करते हुए बताया कि कैसे भारत ने स्वदेशी वैक्सीन तैयार करके न केवल अपने देश की जरूरतों को पूरा किया, बल्कि विदेशों को भी इसकी आपूर्ति की। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान के दौरान स्वदेशी उत्पाद खरीदने और दुकानदारों को स्वदेशी उत्पाद बेचने के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि स्वदेशी उत्पादों का उपयोग हमें अपनी घर की रसोई से ही शुरू करना होगा, ताकि यह हमारी दैनिक जीवनशैली का अभिन्न अंग बन सके। यह अभियान देश को एक नई दिशा देगा और 'विकसित भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगा।