BPL कोच महबूब अली जाकी का निधन: ढाका कैपिटल्स के सहायक कोच महबूब अली जाकी का मैच से पहले मैदान पर निधन

ढाका कैपिटल्स के सहायक कोच महबूब अली जाकी का मैच से पहले मैदान पर निधन
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Highlights

  • ढाका कैपिटल्स के सहायक कोच महबूब अली जाकी का अचानक निधन।
  • मैच शुरू होने से ठीक पहले मैदान पर गिर पड़े थे जाकी।
  • अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया।
  • 2020 अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे।

ढाका | बांग्लादेश प्रीमियर लीग के ग्यारहवें सीजन के बीच से एक बहुत ही दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। ढाका कैपिटल्स के सहायक कोच महबूब अली जाकी का शनिवार को अचानक निधन हो गया। यह घटना सिलहट इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में राजशाही वॉरियर्स के खिलाफ टीम के शुरुआती मैच की तैयारियों के दौरान हुई। मैदान पर अभ्यास सत्र के दौरान जाकी अचानक गिर पड़े जिससे वहां मौजूद सभी खिलाड़ी और स्टाफ पूरी तरह हतप्रभ रह गए।

मैदान पर मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए उन्हें सीपीआर प्रदान किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उन्हें फौरन एंबुलेंस के जरिए नजदीकी अल हरामैन अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने गहन जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी देबाशीष चौधरी ने इस दुखद समाचार की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें बचाने के सभी प्रयास विफल रहे और अस्पताल लाने से पहले ही उनका निधन हो चुका था।

मैदान पर पसरा मातम

इस दुखद घटना के बाद पूरे स्टेडियम में सन्नाटा पसर गया और खिलाड़ियों के चेहरे पर मायूसी छा गई। ढाका कैपिटल्स के अधिकारियों ने बताया कि महबूब अली जाकी को पहले से कोई स्वास्थ्य संबंधी शिकायत नहीं थी और वे सुबह से ही काफी सक्रिय नजर आ रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही बीपीएल की अन्य टीमों के खिलाड़ी और कोच भी अस्पताल पहुंचे। सिलहट टाइटन्स और नोआखाली एक्सप्रेस के कई वरिष्ठ खिलाड़ी जाकी को श्रद्धांजलि देने के लिए अस्पताल परिसर में एकत्र हुए और शोक व्यक्त किया।

तस्कीन अहमद के साथ विशेष जुड़ाव

महबूब अली जाकी को बांग्लादेशी क्रिकेट में एक बेहतरीन सुधारक के रूप में जाना जाता था। उन्होंने साल 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद के साथ मिलकर उनके गेंदबाजी एक्शन को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तस्कीन अहमद उन्हें अपना गुरु और मार्गदर्शक मानते थे। जाकी की पहचान हमेशा एक ऐसे कोच के रूप में रही जो पर्दे के पीछे रहकर खिलाड़ियों की तकनीक और मानसिक मजबूती पर काम करते थे।

अंडर-19 वर्ल्ड कप की ऐतिहासिक जीत

जाकी के कोचिंग करियर का सबसे सुनहरा पल साल 2020 में आया जब बांग्लादेश की अंडर-19 टीम ने दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी वर्ल्ड कप का खिताब जीता। वे उस ऐतिहासिक टीम के कोचिंग स्टाफ का एक अभिन्न हिस्सा थे। यह बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास की पहली और अब तक की एकमात्र आईसीसी ट्रॉफी है। उन्होंने टीम के युवा तेज गेंदबाजों को तराशने में दिन-रात मेहनत की थी जिसका फल देश को विश्व विजेता के रूप में मिला। उनके मार्गदर्शन में कई युवाओं ने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई।

शानदार खिलाड़ी और समर्पित कोच

कोचिंग की दुनिया में आने से पहले जाकी एक बेहतरीन तेज गेंदबाज थे। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कुमिला जिले का प्रतिनिधित्व किया और अपनी रफ्तार से बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। उन्होंने ढाका प्रीमियर डिविजन क्रिकेट लीग में अबाहानी और धनमंडी जैसे प्रतिष्ठित क्लबों के लिए कई मैच जिताऊ प्रदर्शन किए। साल 2008 में वे बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम से जुड़े और तब से लेकर अब तक वे देश में तेज गेंदबाजी की नई खेप तैयार करने में लगे हुए थे।

क्रिकेट जगत में शोक की लहर

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने अपने आधिकारिक शोक संदेश में कहा कि महबूब अली जाकी के निधन से देश ने एक सच्चा क्रिकेट प्रेमी और विशेषज्ञ कोच खो दिया है। बोर्ड ने जाकी के परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। सोशल मीडिया पर भी कई पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों ने उन्हें एक महान इंसान और कोच के रूप में याद किया है। उनकी उम्र उनसठ वर्ष थी और वे अपने पीछे एक समृद्ध क्रिकेट विरासत छोड़ गए हैं जिसे बांग्लादेशी क्रिकेट हमेशा याद रखेगा।

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