Highlights
- भाविश अग्रवाल ने तीन दिन में ₹324 करोड़ के शेयर बेचे।
- उन्होंने कंपनी का ₹260 करोड़ का कर्ज चुकाया।
- कर्ज चुकाने के बाद प्रमोटर प्लेज शून्य हो गया।
- इस खबर के बाद ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 10% उछला।
JAIPUR | ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) के फाउंडर भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने ₹324 करोड़ से अधिक के शेयर बेचकर कंपनी का ₹260 करोड़ का कर्ज चुकाया है। इस कदम से प्रमोटर प्लेज (Promoter Pledge) शून्य हो गया है, जिससे शेयर में उछाल आया।
भाविश अग्रवाल की शेयर बिक्री का विवरण
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के फाउंडर और प्रमोटर भाविश अग्रवाल ने 18 दिसंबर को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में कंपनी के शेयर बेचे। इन तीन दिनों में उन्होंने अपनी लगभग 2.2% हिस्सेदारी बेची, जिसकी कुल वैल्यू ₹324 करोड़ से अधिक रही।
एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, भाविश अग्रवाल ने गुरुवार को ओला इलेक्ट्रिक के 2.83 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे। ये शेयर ₹31.9 प्रति शेयर की औसत कीमत पर बेचे गए, जो कुल पेड-अप कैपिटल का 0.64% था।
इस सौदे से उन्हें करीब ₹90.3 करोड़ मिले। इससे पहले बुधवार को ₹142.3 करोड़ और मंगलवार को ₹91.87 करोड़ रुपए के शेयर बेचे गए थे, जिससे कुल बिक्री ₹324 करोड़ से अधिक हो गई।
कर्ज चुकाने और प्लेज खत्म करने का उद्देश्य
भाविश अग्रवाल ने 16 दिसंबर को एक्सचेंज को जानकारी दी थी कि उन्होंने प्रमोटर-लेवल लोन चुकाने के लिए अपनी निजी हिस्सेदारी का एक छोटा हिस्सा एकमुश्त बेचा है। यह लोन राशि लगभग ₹260 करोड़ थी, जिसे चुकाने के लिए यह कदम उठाया गया।
कंपनी का कहना था कि यह वन-टाइम लिमिटेड मोनेटाइजेशन है ताकि प्रमोटर प्लेज खत्म हो सके। प्लेज से कंपनी के लिए जोखिम और बाजार में अस्थिरता आती है।
भाविश अग्रवाल का स्पष्ट मत है कि कंपनी को 'जीरो प्लेज' के साथ चलना चाहिए। उनका मानना है कि प्रमोटर की गिरवी रखी हिस्सेदारी निवेशकों के लिए नकारात्मक संकेत होती है।
बाजार पर सकारात्मक प्रभाव और शेयर में उछाल
शुक्रवार, 19 दिसंबर को शुरुआती कारोबार में ओला इलेक्ट्रिक का शेयर करीब 10% उछलकर ₹34.40 पर बंद हुआ। यह तेजी तब आई, जब कंपनी ने एक्सचेंज को फाउंडर द्वारा लोन चुकाने की जानकारी दी।
कंपनी ने बताया कि भाविश अग्रवाल ने अपनी निजी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचकर लगभग ₹260 करोड़ का प्रमोटर-लेवल लोन पूरी तरह चुका दिया है। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, प्रमोटर की ओर से गिरवी रखे गए सभी 3.93% शेयर रिलीज हो गए हैं।
अब ओला इलेक्ट्रिक में प्रमोटर प्लेज शून्य हो गया है, जिसे बाजार में एक बड़ा सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। निवेशक प्रमोटर प्लेज को कंपनी के लिए जोखिम और अस्थिरता से जोड़कर देखते हैं।
शेयर पर पूर्व में रहा दबाव
प्रमोटर की लगातार बिक्री के चलते ओला इलेक्ट्रिक का शेयर पहले दबाव में रहा था। 18 दिसंबर को यह 5% गिरकर ₹31.26 के ऑल-टाइम क्लोजिंग लो पर बंद हुआ था।
शेयर अपने रिकॉर्ड हाई ₹157.4 (20 अगस्त) से करीब 80% टूट चुका था। इस गिरावट के बाद कंपनी का मार्केट कैप घटकर ₹13,797 करोड़ रह गया था, जबकि उच्चतम स्तर पर यह करीब ₹69,000 करोड़ था।
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