जयपुर | वायु प्रदूषण नियंत्रण करने और हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किये जाएं, इसके लिए नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत निर्धारित मापदंडों की पालना सुनिश्चित किया जाए। यह कहना है जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी का।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के निदेशक प्रशांत गारगावा की मौजूदगी में कार्यक्रम के तहत जिले में जारी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए गारगावा ने कहा कि जयपुर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों को आपसी सहयोग, समन्वय से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के लिए एंटी स्मॉग गन, स्वीपिंग मशीन सहित अन्य आवश्यक संसाधन जुटाने एवं प्रभावी कार्ययोजना बना कर कार्य करने का आह्वान किया।
बैठक में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम का उद्देश्य राजधानी की आबोहवा में सुधार करना है, इसके लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में धूलीय कणों के उत्सर्जन कोे रोकने के लिए व्यापक प्रबंध किये जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रभावी रोक लगाएं एवं सभी तरह के कचरा निस्तारण सुनिश्चित करें।
साथ ही उन्होंने सुव्यवस्थित यातायात व्यवस्था, डस्ट हॉटस्पॉट चिन्हित करने, डोर टू डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था को और मजबूत बनाने, शहर में हरियाली बढ़ाने एवं ग्रीन लंग्स विकसित करने हेतु अधिक से अधिक पौधारोपण करने सहित स्वच्छ आबोहवा के लिए हर संभव प्रयास करने पर जोर दिया।
बैठक में ठोस कचरा प्रबंध एवं निस्तारण की समीक्षा की गई। कलक्टर ने बैठक में डमिं्पग यार्ड में बचे पुराने कचरे का वैज्ञानिक पद्धति सेे निस्तारण करने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ निकायों को प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने जयपुर में स्वच्छ हवा के लिए हरित क्षेत्र बढ़ाने, एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल करने सहित जिला पर्यावरणीय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर दिया।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने बैठक में फोगिंग मशीन से एमजीसीएल का छिड़काव करने सहित कई अहम सुझाव दिये। साथ ही बैठक में कलक्टर ने जिले में अवैध खनन के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही अमल में लाने के निर्देश भी दिये। साथ ही उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही के दौरान जब्त खनिज की न्यायालय की मंजूरी के बाद निलामी के भी निर्देशित किया।
बैठक में नगर निगम जयपुर ग्रेटर की आयुक्त श्रीमती रूकमणि रियाड़, उप वन संरक्षक वी. केतन कुमार, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल, नगर निगम, जेडीए, रीको, परिवहन विभाग, चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।