Highlights
- वित्त आयोग अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी सड़क हादसे में सुरक्षित बचे।
- पाली से जयपुर लौटते समय ब्यावर के पास हुआ हादसा।
- सरकारी वाहन का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त।
- उन्होंने एक्स पर साझा की घटना की जानकारी और तस्वीरें।
जयपुर: राजस्थान वित्त आयोग (Rajasthan Finance Commission) के अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी (Dr. Arun Chaturvedi) पाली (Pali) से जयपुर (Jaipur) लौटते समय ब्यावर (Beawar) के पास भीषण सड़क हादसे में बाल-बाल बचे। उनका वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन वे सुरक्षित हैं। उन्होंने घटना की जानकारी एक्स (X) पर साझा की।
राजस्थान वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी शनिवार शाम एक गंभीर सड़क दुर्घटना में घायल होने से बच गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब वे पाली के रणकपुर में सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर की पोती के विवाह समारोह में शामिल होकर जयपुर लौट रहे थे।
ब्यावर के पास उनका सरकारी वाहन (RJ14 UE 5560) अनियंत्रित होकर एक जोरदार टक्कर का शिकार हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिसने हादसे की गंभीरता को दर्शाया।
भीषण टक्कर में क्षतिग्रस्त हुआ वाहन
घटनास्थल पर मौजूद लोगों और सुरक्षा कर्मियों के अनुसार, वाहन की गति सामान्य थी, लेकिन किसी अज्ञात कारणवश वह अनियंत्रित हो गया। टक्कर के बाद वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह से पिचक गया, जिससे यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि अंदर बैठे लोग सुरक्षित होंगे। हालांकि, ईश्वर की कृपा और समय पर बचाव कार्य के चलते डॉ. चतुर्वेदी और उनके साथ मौजूद सभी लोग सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।
हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। बचाव दल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए वाहन में फंसे लोगों को बाहर निकाला। डॉ. चतुर्वेदी को मामूली चोटें भी नहीं आईं, जो एक चमत्कार से कम नहीं था, क्योंकि वाहन की हालत देखकर किसी के भी गंभीर रूप से घायल होने की आशंका थी।
एक्स पर दी हादसे की जानकारी
डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने खुद इस भीषण हादसे की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा की। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “होइहि वही जो राम रचि राखा।” इस पंक्ति के साथ उन्होंने ईश्वर का आभार व्यक्त किया कि एक बड़ा हादसा टल गया। उन्होंने आगे लिखा कि ईश्वर की कृपा से वे और उनके साथ वाहन में मौजूद ड्राइवर तथा सुरक्षाकर्मी सभी सुरक्षित हैं।
उन्होंने अपने पोस्ट के साथ दुर्घटनाग्रस्त वाहन की तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है। इन तस्वीरों ने हादसे की भयावहता को स्पष्ट किया और उनके सकुशल बचने पर लोगों ने राहत की सांस ली। उनके शुभचिंतकों और समर्थकों ने सोशल मीडिया पर उनके प्रति चिंता व्यक्त की और उनके सुरक्षित होने पर खुशी जताई।
सुरक्षा और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद, सुरक्षा कर्मियों और स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए डॉ. चतुर्वेदी और उनके साथियों को वाहन से सुरक्षित बाहर निकालने में मदद की। इस त्वरित कार्रवाई ने किसी भी बड़ी अनहोनी को टालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थानीय लोगों की मानवीयता और सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी सराहनीय रही, जिन्होंने बिना किसी देरी के बचाव कार्य शुरू कर दिया।
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। हालांकि, इस मामले में सभी सुरक्षित रहे, लेकिन ऐसे हादसे अक्सर गंभीर परिणाम लेकर आते हैं। प्रशासन और वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। डॉ. चतुर्वेदी का सुरक्षित बचना एक बड़ी राहत की खबर है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जा रही है, हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई है।
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