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सीकर में होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में सीधे तौर पर यह सामने आएगा कि गुढ़ा की बर्खास्तगी और उसके बाद हुए घटनाक्रमों पर बीजेपी कितना पॉलिटिक्स खेलेगी
धर्मेन्द्र राठौड़ डायरी लिखते हैं और हर छोटी से छोटी बात का उल्लेख वे अपनी डायरी में करते हैं
वे डायरियां निकालने के लिए अशोक गहलोत ने गुढ़ा से अपील की क्योंकि केन्द्रीय एजेंसियों ने धर्मेन्द्र राठौड़ का सोमदत्त अपार्टमेंट स्थित आवास घेर रखा था
जयपुर | राजेन्द्र गुढ़ा ने राजस्थान की राजनीति में लाल डायरी का जिक्र विधानसभा में हंगामे के रूप में करते हुए जमकर बवाल काट दिया है। गुढ़ा ने साफ कहा है कि करोड़ों के लेनदेन का जिक्र इस डायरी में है और जनता के धन से विधायकों की खरीद—फरोख्त हुई है।
इस डायरी का सबसे पहले जिक्र राजेन्द्र गुढ़ा ने थिंक 360 को दिए एक इंटरव्यू में किया था। इस नीचे के लिंक पर आप देख सकते हैं पूरा इंटरव्यू कि गुढ़ा ने उस वक्त क्या कहा था डायरी के बारे में। गुढ़ा ने कहा था कि इन डायरियों में धर्मेन्द्र राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत के सारे राज छिपा रखे हैं।
राजेन्द्र गुढ़ा ने वरिष्ठ पत्रकार श्रीपाल शक्तावत को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि जब 2020 में गहलोत सरकार फेयरमाउंट होटल में बाड़ाबंदी में थी। तब धर्मेन्द्र राठौड़ के घर इन्कमटैक्स, सीबीआई, ईडी की रेड हुई थी।
धर्मेन्द्र राठौड़ डायरी लिखते हैं और हर छोटी से छोटी बात का उल्लेख वे अपनी डायरी में करते हैं। वे डायरियां निकालने के लिए अशोक गहलोत ने गुढ़ा से अपील की क्योंकि केन्द्रीय एजेंसियों ने धर्मेन्द्र राठौड़ का सोमदत्त अपार्टमेंट स्थित आवास घेर रखा था।
गुढ़ा का कहना है कि मैंने वह डायरियां वहां से निकाली थी और इस पर गहलोत ने उन्हें शाबाशी दी थी। बाद में राजेन्द्र गुढ़ा गहलोत मंत्री भी बनाए गए थे।
हाल ही में मणिपुर रेप केस की तुलना राजस्थान में महिला सुरक्षा के मामलों से करने पर गुढ़ा ने गहलोत सरकार को घेर लिया था। इस पर अशोक गहलोत की अनुशंषा पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। इसके बाद वे गुढ़ा अशोक गहलोत सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने विधानसभा में बर्खास्तगी के विरोध में अपनी बात कहनी चाही और लाल डायरी लहराई तथा टेबल करनी चाही।
परन्तु अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन्हें अनुमति नहीं दी। इस पर गुढ़ा हंगामा करने लगे। सदन में शांति धारीवाल के साथ हाथापाई की बात भी सामने आ रही है। हालांकि अब गुढ़ा का कहना है कि कांग्रेस के मंत्रियों और विधायकों ने उन पर हमला करके वह डायरी छीन ली। ऐसी बातें पहले आई कि गुढ़ा ने यदि वह डायरी अशोक गहलोत को सौंप दी थी। अथवा जला दी तो अब उनके पास डायरी कहां से आई। इस पर गुढ़ा कहते हैं कि मेरे पास और भी डायरी है। एक डायरी नहीं थी।
विधानसभा चुनावों में बनेगा मुदृा
साल के अंत में राजस्थान विधानसभा के चुनाव हैं और इन चुनावों में गुढ़ा की यह डायरी निश्चित तौर पर एक बड़ा मुद्दा बनेगी। इससे साफ है कि डायरी और उससे जुड़े मसलों पर बीजेपी भी चुप नहीं बैठेगी।
माना जा रहा है कि सीकर में होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में सीधे तौर पर यह सामने आएगा कि गुढ़ा की बर्खास्तगी और उसके बाद हुए घटनाक्रमों पर बीजेपी कितना पॉलिटिक्स खेलेगी।