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शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति के सचिव आशुतोष पटनी ने किया अधिकारों का दुरुपयोग
अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर खुद के ही संस्थान को दान कर दी निशुल्क भूमि, जहां निजी स्कूल बनाकर कमाई कर रहे
ऑडिट में गबन सामने आने पर जांच अधिकारी को पूरा रिकॉर्ड नहीं करवाया उपलब्ध, कार्रवाई की तैयारी
सिरोही। शहर की शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति में घोटाले का बड़ा मामला सामने आया है।
शांतिनगर गृह निर्माण सोसायटी के सचिव आशुतोष पटनी ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर खुद के ही एक अन्य संस्थान को निशुल्क भूमि आवंटित कर दी। यहीं, नहीं नि:शुल्क दी गई जमीन पर खुद का निजी स्कूल खोल दिया, जिससे कमाई की जा रही है।
इसके अलावा समिति की स्थायी संपत्तियों का मूल्य कम आंका गया।
शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति की ऑडिट में गबन सामने आने के साथ ही एक अन्य शिकायत पर सहकारी समितियां सिरोही ने जांच अधिकारी नियुक्त किया तो उसे भी जांच में सहयोग नहीं करने और पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराने पर अब विभाग ने शांतिनगर सोसायटी के सचिव आशुतोष पटनी से 2 करोड़ 95 हजार रुपए की वसूली करने के आदेश किए है।
इसके साथ ही आशुतोष पटनी को शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति के संचालक मंडल से बर्खास्त करने की कार्यवाही भी प्रस्तावित की है। इस मामले की जांच सहकारी समितियां सिरोही के कार्यकारी निरीक्षक ऋषभ मरडिया ने की थी, जिसकी रिपोर्ट अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां खंड जोधपुर को भेजी गई है।
जांच में नहीं किया सहयोग, तीन बार नोटिस के बावजूद रिकॉर्ड अधूरा ही दिया
शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति लिमिटेड शांतिनगर सिरोही में हुए भारी घोटाले की जांच के लिए सहकारी समितियां सिरोही के विशेष लेखा परीक्षक चंपालाल पालीवाल को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया।
पालीवाल ने 25 जुलाई 2019 को जांच प्रतिवेदन अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां खंड जोधपुर को प्रस्तुत किया गया था। पालीवाल की प्रारंभिक जांच में अनियमितताएं सामने आने पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार जोधपुर ने 9 अगस्त 2019 को उप
रजिस्ट्रार सहकारी समितियां सिरोही को राजस्थान सहकारी सोसायटी अधिनियम के तहत जांच के लिए निर्देशित किया।
जिसकी पालना में निरीक्षक अनंत आर्य को जांच अधिकारी नियुक्त किया। शांतिनगर सोसायटी के रिकॉर्डधारक आशुतोष पटनी ने जांच में सहयोग नहीं करने और रिकॉर्ड उपलब्ध कराने में आनाकानी करने पर सहकारी समितियां उप रजिस्ट्रार ने तीन बार नोटिस तामिल करवाए, फिर भी अपूर्ण रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के कारण जांच कार्य पूरा नहीं हो पाया।
18 दिसंबर 2023 को खुद सहकारी समितियां उप रजिस्ट्रार ने खुद को संबंधित जांचों के लिए जांच अधिकारी नियुक्त करने का आदेश किया। इसके बाद 30 जनवरी 2024 को कार्यकारी निरीक्षक ऋषभ मरडिया को जांच अधिकारी नियुक्त किया, जिन्होंने जांच रिपोर्ट तैयारी की।
संपत्तियों का मूल्य कम आंकने से लेकर खुद के संस्थान को फ्री में दे दी जमीन
शांतिनगर गृह निर्माण सहकारी समिति लि. की वर्ष 2014-15 की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार स्थायी संपत्तियां 925649 रुपए और स्कूल भवन 398426 रुपए थी, जो 2016 में स्थायी संपत्तियां 398426 रुपए घटकर 527223 रुपए दर्शायी गई।
स्कूल भवन का मूल्य भी कम कर दिया। समिति सचिव आशुतोष पटनी से भूमि का मूल्य कम करने का कारण पूछा तो कोई जवाब पेश नहीं किया।
अजीत विद्या मंदिर को दी निशुल्क दी गई भूमि के संबंध में स्पष्टीकरण मांगने पर समिति सचिव ने सिर्फ समिति की संचालक मंडल की बैठक 30 जून 1984 एवं 13 अगस्त 1985 की कार्यवाही की फोटो कॉपी प्रस्तुत की, जिस पर समिति सचिव के ही हस्ताक्षर थे।
कार्यवाही की मूल प्रति बार-बार मांगने पर नही दी और गुम होना बताया, जिस पर जांच अधिकारी ने इसकी एफआईआर दर्ज किए जाने की जानकारी मांगी तो वो भी उपलब्ध नहीं करवाई।
मामले में सोसायटी सचिव आशुतोष पटनी से अजीत विद्या मंदिर की भूमि का किराया 2 करोड़ 95 लाख 24 हजार 500 रुपए वसूलने और सोसायटी के संचालक मंडल से हटाने की कार्रवाई की अनुशंषा की गई है।
इस संबंध में जब आशुतोष पटनी से बात की गई तो उन्होंने किसी तरह की जानकारी होने से इनकार किया है।