Highlights
- स्पेसएक्स की वैल्यूएशन बढ़कर 800 बिलियन डॉलर हो गई है।
- कंपनी के CFO ब्रेट जॉनसन ने शेयरहोल्डर्स को इसकी जानकारी दी।
- लेटेस्ट सेकेंडरी ऑफरिंग में शेयर प्राइस 421 डॉलर प्रति शेयर तय किया गया है।
- स्पेसएक्स ने 2026 में IPO लाने की योजना की पुष्टि की है।
JAIPUR | इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने अपनी वैल्यूएशन 800 बिलियन डॉलर तय की है। कंपनी के CFO ब्रेट जॉनसन ने शेयरहोल्डर्स को यह जानकारी दी। लेटेस्ट सेकेंडरी ऑफरिंग में शेयर प्राइस 421 डॉलर प्रति शेयर रखा गया है। कंपनी ने 2026 में IPO लाने की भी पुष्टि की है।
स्पेसएक्स की वैल्यूएशन में भारी उछाल
इलॉन मस्क की एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स ने हाल ही में अपनी वैल्यूएशन 800 बिलियन डॉलर (लगभग 72.44 लाख करोड़ रुपए) निर्धारित की है। यह जुलाई 2023 की वैल्यूएशन के मुकाबले दोगुनी हो गई है, जो कंपनी की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाती है।
कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) ब्रेट जॉनसन ने शेयरहोल्डर्स को भेजे एक मेमो में इस नई वैल्यूएशन की जानकारी दी है। लेटेस्ट सेकेंडरी ऑफरिंग में कंपनी के शेयर का मूल्य 421 डॉलर प्रति शेयर तय किया गया है।
दोगुनी हुई कंपनी की कीमत
जुलाई में स्पेसएक्स के शेयर का मूल्य 212 डॉलर प्रति शेयर था, जिससे कंपनी की वैल्यूएशन 400 बिलियन डॉलर थी। अब कुछ ही महीनों में यह आंकड़ा बढ़कर 800 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो इसकी तीव्र वृद्धि का प्रमाण है।
यह सेकेंडरी शेयर सेल मौजूदा इन्वेस्टर्स और कंपनी के एम्प्लॉई को अपने शेयर बेचने का अवसर देती है। इस बढ़ोतरी के साथ, स्पेसएक्स दुनिया की सबसे मूल्यवान प्राइवेट कंपनी बन गई है।
स्टारलिंक: स्पेसएक्स की सफलता का आधार
स्पेसएक्स की इस अभूतपूर्व सफलता का एक बड़ा कारण उसकी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक है। स्टारलिंक हजारों सैटेलाइट्स के माध्यम से लो-अर्थ ऑर्बिट से इंटरनेट सर्विस प्रदान करती है।
यह दुनिया के दूरदराज के इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचा रही है और अब तक लाखों कस्टमर्स को अपनी सेवाएं दे चुकी है। स्टारलिंक अब कंपनी के कुल रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।
रिमोट एरिया में इंटरनेट क्रांति
स्टारलिंक की वजह से स्पेसएक्स की बाजार स्थिति काफी मजबूत हुई है। इंटरनेट सर्विस के अलावा, स्पेसएक्स रॉकेट लॉन्चिंग में अग्रणी है और स्टारशिप प्रोजेक्ट पर भी काम कर रही है।
इन सभी प्रोजेक्ट्स के संयुक्त प्रयासों ने कंपनी की वैल्यूएशन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
CFO ने शेयरहोल्डर्स को क्या बताया?
कंपनी के CFO ब्रेट जॉनसन ने अपने मेमो में स्पष्ट किया कि नई सेकेंडरी ऑफरिंग में शेयर प्राइस 421 डॉलर रखा जा रहा है। इस कदम से कंपनी की कुल वैल्यूएशन 800 बिलियन डॉलर हो जाएगी।
यह जानकारी शेयरहोल्डर्स को उनकी होल्डिंग्स के बारे में स्पष्टता प्रदान करने के लिए दी गई है। मेमो में कंपनी के आगामी IPO की प्लानिंग का भी संक्षिप्त उल्लेख है।
2026 में IPO लाने की तैयारी
स्पेसएक्स ने आधिकारिक तौर पर 2026 में अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने की योजना की पुष्टि की है। पहले भी ऐसी खबरें आती रही थीं, लेकिन अब कंपनी ने इसे सार्वजनिक रूप से स्पष्ट कर दिया है।
IPO के माध्यम से कंपनी को एक बड़ा फंड मिलेगा, जिसका उपयोग स्टारशिप जैसे बड़े और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स के विकास में किया जाएगा।
IPO से मिलेगा बड़ा फंड
इलॉन मस्क ने पहले कहा था कि स्टारलिंक का रेवेन्यू स्थिर होने के बाद ही IPO लाया जाएगा। अब चूंकि स्टारलिंक तेजी से ग्रोथ फेज में है, इसलिए IPO का रास्ता साफ होता दिख रहा है।
पुरानी वैल्यूएशन से कितना बदलाव?
इस साल जुलाई में स्पेसएक्स की वैल्यूएशन 400 बिलियन डॉलर थी। इससे पहले 2024 की शुरुआत में यह लगभग 350 बिलियन डॉलर के आसपास थी, जो विभिन्न सेकेंडरी सेल्स के माध्यम से बढ़ती रही थी।
कुछ ही महीनों के भीतर कंपनी की वैल्यूएशन का दोगुना होकर 800 बिलियन डॉलर तक पहुंचना, स्टारलिंक के बढ़ते कस्टमर बेस और सफल सैटेलाइट लॉन्चिंग का परिणाम है। चूंकि स्पेसएक्स एक प्राइवेट कंपनी है, इसकी वैल्यूएशन मुख्य रूप से टेंडर ऑफर्स से तय होती है।
कंपनी की आगे की योजनाएं
IPO के बाद, स्पेसएक्स एक पब्लिक कंपनी बन जाएगी, जिससे अधिक इन्वेस्टर्स को इसमें निवेश करने का अवसर मिलेगा।
कंपनी अपनी स्टारशिप परियोजना को और तेजी से विकसित करेगी, जो मंगल मिशन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, स्टारलिंक को वैश्विक स्तर पर विस्तारित किया जाएगा।
भविष्य में डायरेक्ट-टू-सेल सर्विस भी आने वाली है, जो सीधे मोबाइल फोन्स पर सैटेलाइट इंटरनेट प्रदान करेगी। ये सभी पहलें मिलकर स्पेसएक्स को और भी मजबूत बनाएंगी।
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