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गहलोत ने हाल ही में एक जनसंवाद कार्यक्रम में कहा कि उपराष्ट्रपति के बार-बार दौरों की जरूरत पर सवाल उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जनता की धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, खासकर जब राज्य चुनाव के मोड़ पर हो
गहलोत की टिप्पणी राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियों की पृष्ठभूमि में आई है, जहां आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
जयपुर, राजस्थान - मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के लगातार राजस्थान दौरे को लेकर चिंता व्यक्त की है, लेकिन उन्होंने संवैधानिक संस्थानों के सम्मान का भी आह्वान किया है।
गहलोत ने हाल ही में एक जनसंवाद कार्यक्रम में कहा कि उपराष्ट्रपति के बार-बार दौरों की जरूरत पर सवाल उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जनता की धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, खासकर जब राज्य चुनाव के मोड़ पर हो।
गहलोत ने कहा, "हम संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करते हैं, चाहे वह राज्यपाल हों या उपराष्ट्रपति। लेकिन हम इस बात की भी चिंता करते हैं कि इन संस्थानों का उपयोग राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है या नहीं।"
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति के दौरों से यह भी सवाल उठता है कि राज्य में उनके पास क्या काम है। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति के दौरों के दौरान कई केंद्रीय मंत्री भी राज्य का दौरा कर रहे हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि केंद्र सरकार राज्य में हस्तक्षेप कर रही है।
गहलोत ने कहा, "हम चाहते हैं कि संवैधानिक संस्थाएं अपनी भूमिका निभाएं और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उपयोग न की जाएं।"
हालांकि, गहलोत ने यह भी कहा कि वह संवैधानिक संस्थानों के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह से इन संस्थानों की आलोचना नहीं कर रहे हैं।
गहलोत की टिप्पणी राजस्थान में राजनीतिक गतिविधियों की पृष्ठभूमि में आई है, जहां आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
कोर्ट पर भी कर चुके हैं टिप्पणी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इससे पहले न्यायालयों पर भी टिप्पणी कर चुके हैं। गहलोत ने कहा था कि कई वकील जो लिखकर ले जाते हैं वही फैसला आ जाता है। ऐसे में गहलोत का संवैधानिक संस्थाओं के नाम पर दिया गया बयान भी खासे मायने रखता है।
गहलोत भी कर रहे देव दर्शन
सीएम अशोक गहलोत देव दर्शन की शुरुआत भी कर रहे हैं। जयपुर शहर और चौमूं में मिशन 2030 की सभाओं के बाद मुख्यमंत्री खाटूश्यामजी और सालासर दौरे पर जाएंगे। खाटूश्यामजी और सालासर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस देव दर्शन यात्रा को अहम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री बुधवार को खाटू श्यामजी और सालासर बालाजी के दर्शन के बाद आने वाले दिनों में गहलोत देशनोक में करणी माताजी के मंदिर, बांसवाड़ा जिले स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर, राजसमंद जिले के चारभुजा नाथ मंदिर, नागौर जिले के खरनाल में वीर तेजाजी मंदिर, नाथद्वारा जिले के श्रीनाथ जी मंदिर और कल्लाजी मंदिर निंबाहेड़ा में दर्शन करेंगे।