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शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं को लेकर अपने दिल की बात कह डाली। उन्होंने कहा कि मां-बाप को भी दिल बड़ा रखना होगा। लव अफेयर है तो मां-बाप को चाहिए कि बच्चों से समझाइश करें, उनको शादी करने की छूट दे...
जयपुर | राजस्थान में लगातार बढ़ रहे महिला अपराधों के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का चौंकाने वाला बयान सामने आया है।
सीएम गहलोत ने कहा है कि अगर लव अफेयर हो गया है तो मां-बाप को शादी करने की छूट देनी चाहिए।
सीएम गहलोत ने माता-पिता को सलाह देते हुए ये भी कहा है कि कोई भी लड़का-लड़की बिना पूछे घर से चले जाते हैं तो ऐसी नौबत क्यों आती है हमें यह देखना होगा।
उन्होंने कहा कि परिवार के लोगों को बच्चों का ख्याल रखना चाहिए और पता करना चाहिए कि उनके दिलों-दिमाग में क्या चल रहा है?
कई बच्चे सुसाइड कर लेते हैं और ऐसी घटनाएं आए दिन सामने आ रही है लेकिन ये कैसे रूकेंगी इसके बारे में हमें सोचना चाहिए।
दरअसल, आज शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने युवाओं को लेकर अपने दिल की बात कह डाली।
उन्होंने कहा कि मां-बाप को भी दिल बड़ा रखना होगा। अगर लव अफेयर है तो मां-बाप को चाहिए कि बच्चों से समझाइश करें, उनको शादी करने की छूट दे लेकिन वो अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बनाकर बैठ जाते हैं।
जिसके चलते बच्चे नाराज होकर घर छोड़कर चले जाते हैं। इसके लिए गहलोत ने हाल में ब्यावर में सामने आई घटना का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं तभी रुक सकती है, जब मां-बाप का दिल बड़ा हो। मां-बाप को उन्हें शादी करने की छूट देनी चाहिए।
गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा- आज का युवा कल का भविष्य होगा। हमारे युवा अच्छे साइंटिस्ट, टेक्नोक्रेट, डॉक्टर, इंजीनियर बनेंगे। ऑल इंडिया सर्विस में शामिल होंगे।
मनचलों का होगा इलाज
इसी के साथ सीएम गहलोत ने समाज में बढ़ रहे अपराधों के लिए मनचलों को भी जिम्मेदार ठहराया।
सीएम ने कहा कि- मैं देखता हूं, जो मनचले लड़के होते हैं। वह लड़कियों के साथ में बदतमीजी करते हैं।
मनचले बहन-बेटियों को पढ़ने नहीं देते। उनसे बदतमीजी करते हैं। छेड़छाड़ करते हैं, हम किसी भी सूरत में इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ऐसे में हमने 4 अगस्त को ही डीजीपी, होम सेक्रेटरी को मनचलों का इलाज करने के आदेश दिए हैं।
ऐसे लोगों के नाम राजस्थान लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करा रही संस्थाओं को भी भेजे जाएंगे।