जयपुर/राजस्थान। Rajasthan
25 नवंबर को होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनावों (Rajasthan Assembly election 2023) को लेकर दोनों बड़ी राजनीतिक दलों के टिकट वितरण को लेकर नेताओं में असंतोष व्याप्त है।
टोंक में जनसंपर्क के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए सचिन पालय ने कहा कि कांग्रेस टिकट वितरण बहुत सोच समझकर किया गया है। लेकिन मैं मानता हूं कि कई जगह असंतोष हो सकता है। वैसे टिकट वितरण अच्छा हुआ है।
पायलट ने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुटता से प्रचार में लगे हैं। कहीं पर भी मनमुटाव की स्थिति नहीं है। और इस बार कांग्रेस की सरकार रिपीट हो रही है।
इसी कड़ी में सचिन पायलट ने बीजेपी (BJP) में हुए टिकट वितरण पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। पायलट ने कहा कि बीजेपी में हुए टिकट वितरण का जनता पर अच्छा प्रभाव नही पड़ा है, बीजेपी के कई बागी चुनाव लड़ रहे है। भाजपा में टकराव है। बिखराव है।
मानेसर जाने वाले पायलट समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब पायलट
आपको बतादें गहलोत (Ashok Gehlot) से मनमुटाव के बीच सचिन पायलट उनके साथ 2020 में मानेसर जाने वाले विधायकों को टिकट दिलाने में कामयाब रहे हैं। 2020 में मानेसर कांड के चलते गहलोत सरकार बड़ी मुश्किल से बच पाई थी। इसके बाद गहलोत और पायलट में समय-समय पर विरोध के सुर उठते रहे इस बीच पायलट अपने समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब रहे हैं।
पायलट के साथ 19 विधायक थे. सभी को टिकट मिले है। लेकिन, ऐसे लोग भी शामिल है जो विधायक नहीं बन पाए थे, उन्हें भी पायलट टिकट दिलाने में सफल रहे हैं। यानी पायलट समर्थकों को भी टिकट (Pilot on ticket distribution) मिले हैं। जिनमें शाहपुरा से मनीष यादव और कोटा दक्षिण से राखी गौतम का नाम प्रमुख है।
बागियों को नहीं मिले टिकट
हालांकि, पायलट (Sachin Pilot) कई समर्थकों को टिकट नहीं मिले है। जिनमें विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा और 2018 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे सुभाष मील (Subhash Meel) के नाम प्रमुख रूप से शामिल है। सुभाष मील कांग्रेस छोड़ बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए है। बीजेपी ने खंडेला से टिकट भी दे दिया है। जबकि खिलाड़ी लाल बैरवा (Khilari lal bairwa) ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।