सोशल मीडिया से उठे सवाल : स्वाति मालीवाल ने पहले झूठ बोला या अब बोल रही हैं !

स्वाति मालीवाल ने पहले झूठ बोला या अब बोल रही हैं !
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"पहले खुशबू सुन्दर और अब स्वाति मालीवाल…थोड़े ही दिनों में एक लाइन सी लग जायेगी।पिताओं को इतना बदनाम कर दिया जाएगा, इन फेमिनिस्टों के द्वारा कि एक पिता वास्तव में अपनी बेटी को स्पर्श करने से डरेगा कि कहीं बड़े होकर बेटी कोई आरोप न लगा दे।"-बरखा त्रेहान 

अपने दिवंगत पिता पर यौन शोषण का आरोप लगा महिलाओं के उत्पीड़न पर अपनी चिंता जताना दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर भारी पड़  गया  है।

अपने पिता के व्यवहार को लेकर मालीवाल ने शनिवार को महिला दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपना दर्द बयां  किया था।

कार्यक्रम में बोलते हुए मालीवाल ने  कहा कि उनके पिता उनका यौन शोषण करते थे। इतना ही नहीं , वे गुस्से में बुरी तरह उनकी पिटाई भी करते थे,जिसकी वजह से मैं काफी डरी और सहमी रहती थीं।

ट्रोल हुई स्वाति मालीवाल 
 
स्वाति मालीवाल के इस सनसनीखेज खुलासे के साथ ही सोशल मीडिया पर स्वाति मालीवाल से जुड़ा यह प्रकरण ट्रेंड करने लगा है।

सोशल मीडिया पर स्वाति मालीवाल का 20 सितंबर 2016 का एक पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में स्वाति ने लिखा था -"मैं फौजी की बेटी हूँ।  फौज में पली बढ़ी हूँ। देश के लिए काम कारन ,देश के लिए जान देना सीखा है।  मुझे दुनिया की कोई ताकत नहीं डरा सकती।"

स्वाति मालीवाल के उसी पुरानी ट्वीट को शेयर करते हुए यूजर स्वाति पर भड़क गए हैं। उन्हें लगता है कि खुद को बड़ा और पीड़ित दिखाने के चक्कर में स्वाति न केवल बाप -बेटी के रिश्तों को कलंकित कर रही है ,बल्कि एक फौजी के प्रति जन सम्मान को भी कम करने की कुत्सित कोशिश कर रही है।

2016 के पुराने  ट्वीट को शेयर कर एक यूजर प्रखर श्रीवास्तव  ने लिखा कि तो फिर ये कौन से पिता थे जिन पर आप 2016 तक गर्व कर रही थीं? मुझे ये विश्वास है कि कोई भी बेटी पिता के बारे में झूठ नहीं बोलती। फिर वो झूठ कौन सा है? आज वाला या 2016 वाला? जबाव देना होगा, क्योंकि आपने दुनिया के सबसे पवित्र रिश्ते को कठघरे में खड़ा किया है। 

बाप बेटी के रिश्तों पर सवाल 

प्रखर श्रीवास्तव के ट्वीट का जवाब देते हुए फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने आम आदमी पार्टी को भी निशाने पर ले लिया।  पंडित ने लिखा है ,यही आम आदमी पार्टी की निशानी है।  झूठ,झूठ और झूठ।

भाजपा नेता हरीश खुराना ने ट्वीट किया कि यह आप के लोगों के डीएनए में झूठ बोल कर सहानुभूति लेने की कोशिश करना। आज एक बार फिर स्वाति मालीवाल ने इस बात को साबित कर दी। मैं समझ नहीं पा रहा कि स्वाति के आज के बयान को सच मानूं या 2016 के उन्हीं के ट्वीट को ?

अंबुज भारद्वाज नाम के यूजर ने लिखा कि कल तक जिस बाप की बेटी होने पर इस स्वाति को गर्व था। आज उसी बाप की इज्जत को अपनी ख्याति के लिए सरेआम बाजार में नीलाम कर दिया।

बरखा त्रेहान नामक एक  यूजर ने लिखा कि पहले खुशबू सुन्दर और अब स्वाति मालीवाल…थोड़े ही दिनों में एक लाइन सी लग जायेगी। पिताओं को इतना बदनाम कर दिया जाएगा, इन फेमिनिस्टों के द्वारा कि एक पिता वास्तव में अपनी बेटी को स्पर्श करने से डरेगा कि कहीं बड़े होकर बेटी कोई आरोप न लगा दे।

बरखा त्रेहान ने एक और ट्वीट कर लिखा है -"कल मैंने कहा था कि स्वाति मालीवाल के पापा का भी बयान लिया जाना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं पता था कि स्वाति मालीवाल के पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे। कितनी नीच और मतलबी महिला है यह स्वाति मालीवाल जो 2016 में अपने पिता की सेना की पोस्ट से पब्लिसिटी के लिए लाभ उठाती है और अब अपने मारे गए पिता पर यौन शोषण का आरोप लगाती है। कुछ तो शर्म करो स्वाति मालीवाल। मुझे उसके मृत पिता के लिए बहुत बुरा लग रहा है। "

पिता पर लगाया गंभीर आरोप

DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने शनिवार को दिल्ली महिला आयोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में 100 महिलाओं के सम्मान समारोह में अपनी खौफनाक दास्तां बयान की थी। मालीवाल ने कहा -"  मेरे पिता मेरा सिर पकड़कर दीवार में मार देते थे, मेरे सिर से खून बहने लगता था।"

दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि वह स्कूल की चौथी कक्षा तक अपने पिता के साथ रहीं।  तब ऐसा कई बार हुआ। स्वाति मालीवाल ने कार्यक्रम में कहा कि जब कोई बहुत अधिक अत्याचार सहता है, तभी वह दूसरों के दर्द को समझता है।

अपना खौफनाक दर्द साझा करते हुए स्वाति ने कहा , “ मुझे अभी तक याद है मैंने कितनी रातें बिस्तर के नीचे बिताई हैं।  मैं डर कर, कांप कर सहमी रहती थी। उस समय मैं यही सोचती रहती थी कि मैं ऐसा क्या करूं कि लड़कियों के साथ गलत करने वालों को सबक सिखाऊं।"

सोशल मीडिया पर स्वाति मालीवाल को खरी खोटी सूना रहे यूजर्स इस बात पर नाराज हैं कि अभिनेत्री खुशबु सुंदर और स्वाति मालीवाल अपने उन जन्मदाताओं पर सवाल उठा रही हैं ,जो जवाब देने के लिए दुनिया तक में मौजूद नहीं।

खुशबु सुंदर का सच 

इससे पहले  हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के सदस्य बनी फिल्म तारिका और राजनेता खुशबु सुंदर ने अपनी दर्दनाक दास्तां बयान की थी।

बीते 6 मार्च को खुशबू सुंदर ने आठ साल की उम्र में अपने पिता द्वारा यौन शोषण किए जाने का खुलासा किया।था   समाचार एजेंसी एएनआई से खुशबु ने   कहा कि  "मैंने कोई चौंका देने वाला बयान नहीं दिया है, मैं ईमानदारी के साथ सामने आई हूं और मैंने जो कहा उससे मैं शर्मिंदा नहीं हूं। अपराधी को शर्म आनी चाहिए। अगर मुझे इसके बारे में बोलने में इतने साल लग गए हैं, तो मुझे लगता है कि महिलाओं को इसके बारे में बोलने की जरूरत है।”

मोजो स्टोरी पर बरखा दत्त से खुशबु ने कहा, " मेरी मां सबसे अपमानजनक शादी से गुजरी है। एक आदमी जिसने शायद सोचा था कि अपनी पत्नी को पीटना, अपने बच्चों को पीटना, अपनी इकलौती बेटी का यौन शोषण करना उसका जन्मसिद्ध अधिकार है। जब मेरे साथ दुर्व्यवहार शुरू हुआ  तब मैं सिर्फ 8 साल की थी और जब मैं 16  साल की थी तब मेरे अंदर उसके खिलाफ बोलने की हिम्मत आयी। "

खुशबु ने कहा -"15 साल की उम्र में मैंने सोचा कि अब बहुत हो गया और मैंने उसके खिलाफ विद्रोह करना शुरू कर दिया। मैं 16 साल की  भी नहीं थी  और हमारे पास जो कुछ भी था, उसने हमें छोड़ दिया और हमें नहीं पता था कि अगला भोजन कहां से आएगा।"

खुशबू ने कहा कि, "मैं डरती रही कि  मेरी माँ मुझ पर विश्वास नहीं करेगी। मैंने माँ को  उस माहौल में देखा है जहाँ 'कुछ भी हो जाए मेरा पति देवता है' (चाहे कुछ भी हो जाए, मेरे पति मेरे भगवान हैं)'  

खुशबु के बाद स्वाति मालीवाल का आरोप सामने आया तो स्वाति का वह   ट्वीट भी वायरल हो गया ,जिसमे वह अपने पिता को आदर्श के रूप में मानती नजर आ रही थी। 

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