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अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने भी विधानसभा चुनाव में प्रतिनिधित्व को लेकर ताल ठोक दी है। महासभा ने राजस्थान में गुर्जर मतदाताओं के हिसाब से भाजपा और कांग्रेस से 20-20 सीटों पर समाज के उम्मीदवार उतारने की मांग की है।
जयपुर । राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर माहौल अब और ज्यादा गरमाता जा रहा है।
भाजपा-कांग्रेस में प्रत्याशियों को लेकर चल रही गहमा-गहमी के बीच अब गुर्जर समाज ने भी अपनी बड़ी मांग रख कर दोनों पार्टियों की टेंशन और बड़ा दी है।
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने भी विधानसभा चुनाव में प्रतिनिधित्व को लेकर ताल ठोक दी है।
महासभा ने राजस्थान में गुर्जर मतदाताओं के हिसाब से भाजपा और कांग्रेस से 20-20 सीटों पर समाज के उम्मीदवार उतारने की मांग की है।
जो पार्टी देगी महत्व उसको देंगे पूरा समर्थन
समाज के लोगों ने महासभा करते हुए ये साफ कह दिया है कि जो भी पार्टी महत्व देगी समाज उसी पार्टी को पूरा समर्थन देगा।
महासभा के प्रदेशाध्यक्ष रामप्रसाद धाभाई ने कहा कि राजस्थान में हर विधानसभा में गुर्जर समाज के लोग बहुल्य संख्या में हैं।
ऐसे में दोनों प्रमुख पार्टियों को गुर्जर समाज की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
दोनों पार्टियों से समाज के 20-20 प्रत्याशी को विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना चाहिए। समाज जागरूक है और अपने हक के लिए लड़ना जानता है।
बाहरी प्रत्याशियों को टिकट बर्दाश्त नहीं
इसी के साथ उन्होंने कहा कि राजस्थान के बाहरी प्रत्याशियों को समाज के नाम पर टिकट बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टिकट का दावेदार क्षेत्र का ही होना चाहिए।
चुनावों के समय अचानक आने वाले पैराशूट प्रत्याशी को समाज स्वीकार नहीं करेगा। जिसका जहां अधिकार है उसे वहां दिया जाए।
ऐसे में अगर दोनों पार्टियां टिकट वितरण में समाज की अनदेखी करती है तो गुर्जर समाज चुप नहीं बैठेगा और आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर की तारीख तय कर दी गई है।
ऐसे में भाजपा-कांग्रेस समेत सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची तैयार करने में व्यस्त है। हालांकि भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है। जिसके बाद से ही पार्टी में घमासान की स्थिति बनी हुई है।