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बाड़मेर जिला मुख्यालय के सफेद आंकड़ा शिव मंदिर में पीएम मोदी की मन की बात के 100वें एपिसोड का सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा था। इस दौरान मधुमक्खियां सभी लोगों पर टूट पड़ी। मौके पर भगदड़ मच गई।
बाड़मेर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के 100वें एपिसोड का इंतजार रविवार खत्म हो गया। देशवासियों ने पीएम मोदी की मन की बात को बड़े ध्यान से सुना।
इसी बीच राजस्थान में पीएम मोदी की मन बात सुन रहे कुछ लोगों पर अचानक से मुसीबत भी टूट पड़ी।
दरअसल, प्रदेश के बाड़मेर जिले में रविवार को लोग पीएम मोदी की मन बात बड़े ध्यान से सुन रहे थे।
लेकिन इस दौरान मधुमक्खियों के एक झुंड ने उन पर धावा बोल दिया। जिसमें कई बच्चे और लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल भी जाना पड़ा।
दरअसल, बाड़मेर जिला मुख्यालय के सफेद आंकड़ा शिव मंदिर में पीएम मोदी की मन की बात के 100वें एपिसोड का सीधा प्रसारण दिखाया जा रहा था।
ऐसे में पीएम मोदी को सुनने के लिए मौके पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा और कई अन्य भाजपा नेता और कार्यकर्ता समेत बड़ी संख्या में महिलाएं और स्कूली बच्चे एक जगह इकठ्टा हुए थे।
मंदिर परिसर में बने हाल में सभी लोग पीएम मोदी की मन की बात सुन रहे थे।
इसी बीच गार्डन में खेल रहे बच्चों में से किसी ने वहां मधुमक्खियों के छत्ते पर पत्थर मार दिया।
बस फिर क्या था। मधुमक्खियों ने भी क्रोध में आकर अपना खौफनाक रूप दिखा दिया और सभी लोगों पर टूट पड़ी।
ऐसे में मौके पर भगदड़ मच गई। मधुमक्खियों ने वहां मौजूद लोगों को काटना शुरू कर दिया।
लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। मधुमक्खियों के इस हमले में बच्चे घायल हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल भी ले जाना पड़ा।
कुछ लड़कियां हॉल के बाहर की तरफ खड़ी थी। ऐसे में मधुमक्खियों ने इन लड़कियों पर अटैक कर दिया। इनमें एक लड़की पर तो मधुमक्खियां छाते तरह ही चिपक गई।
ऐसे लड़की बुरी तरह से झटपटाने लगी और जोर-जोर से चिल्लाने लगी।
तभी खड़े बीजेपी के जिलाध्यक्ष स्वरूपसिंह खारा और कुछ फौजियों ने बच्ची को संभाला और उसके चेहरे और बालों में से मधुमक्खियों को निकाला।
लेकिन मधुमक्खियों के हमले में बच्ची बुरी तरह से घायल हो चुकी थी। ऐसे में जिलाध्यक्ष ने प्रोग्राम को बीच में छोड़कर अपनी गाड़ी से अस्पताल लेकर गए।
बाद में डॉक्टर ने बच्ची का इलाज कर उसे छुट्टी दे दी। जिसके बाद बच्ची को जिलाध्यक्ष उसके गांव छोड़कर आए।