Rajasthan: जयपुर में 5.36 लाख वोटर्स सूची से बाहर; 1.90 लाख मैपिंग नहीं करा पाए

जयपुर में 5.36 लाख वोटर्स सूची से बाहर; 1.90 लाख मैपिंग नहीं करा पाए
जयपुर: 5.36 लाख वोटर्स के नाम सूची से बाहर
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Highlights

  • जयपुर में 5.36 लाख से अधिक नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं।
  • लगभग 1.90 लाख वोटर्स 2002 की सूची से मैपिंग नहीं करा पाए।
  • मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से सर्वाधिक नाम कटे हैं।
  • वोटर लिस्ट में आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 16 जनवरी है।

जयपुर: जयपुर (Jaipur) जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत 17 विधानसभा क्षेत्रों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी हुई, जिसमें 5.36 लाख से अधिक नाम हटाए गए। इसके अलावा, 1.90 लाख वोटर्स (voters) मैपिंग नहीं करा पाए।

वोटर लिस्ट से नाम हटने के प्रमुख कारण

जयपुर जिले में कुल 5 लाख 36 हजार 276 वोटर्स के नाम ड्राफ्ट सूची से हटा दिए गए हैं। यह कुल मतदाताओं का 11.12 प्रतिशत है। इन वोटर्स को एब्सेंट, शिफ्टेड या डेथ (ASD) श्रेणी में रखा गया है।

इनमें वे मतदाता शामिल हैं जो या तो अपनी जगह से शिफ्ट हो गए हैं, या जिनकी मृत्यु हो गई है। कुछ ऐसे वोटर भी हैं जिनका न तो घर मिला और न ही वे घर पर मौजूद पाए गए।

इन सभी वोटर्स को अब अपनी आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए 15 जनवरी तक का समय दिया गया है। आपत्ति दर्ज कराने के बाद उनके नाम पर विचार किया जा सकता है।

मैपिंग नहीं करा पाए वोटर्स की स्थिति

5.36 लाख वोटर्स के अलावा 1 लाख 90 हजार 22 लोग ऐसे हैं जो वर्ष 2002 की वोटर लिस्ट से अपना या अपने माता-पिता के नाम की मैपिंग नहीं करवा पाए हैं। यह संख्या कुल मतदाताओं का लगभग 3.94 प्रतिशत है।

इन वोटर्स को 'नो-मैपिंग' लिस्ट में शामिल किया गया है। निर्वाचन आयोग ने ऐसे मतदाताओं से 12 दस्तावेजों में से कोई एक दस्तावेज मांगा है, जो उनकी भारतीय नागरिकता को साबित कर सके।

इन मतदाताओं को अपना नाम वोटर लिस्ट में बनाए रखने के लिए 7 फरवरी 2026 तक आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। यह प्रक्रिया उनके मताधिकार के लिए महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र पर प्रभाव

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर से बड़ी संख्या में वोटर्स के नाम कटे हैं। यहां से 61 हजार 674 (16.46 फीसदी) वोटर्स के नाम सूची से हटाए गए हैं।

इसके अतिरिक्त, सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में 24 हजार 465 वोटर्स (6.53 फीसदी) ऐसे हैं जो मैपिंग नहीं करा पाए हैं। SIR कार्यक्रम से पहले इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 लाख 74 हजार 735 वोटर्स थे।

आपत्तियां दर्ज करने की प्रक्रिया और समय सीमा

ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद, जिन लोगों के नाम इस सूची में नहीं हैं या जिन्हें किसी प्रकार की आपत्ति है, वे आज से अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। आपत्तियां संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में दर्ज करवाई जा सकेंगी।

आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 16 जनवरी निर्धारित की गई है। इन आपत्तियों पर नोटिस जारी कर सुनवाई और वेरिफिकेशन के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।

जयपुर में कुल मतदाताओं की वर्तमान स्थिति

जयपुर की 17 विधानसभा सीटों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम शुरू होने से पहले कुल 48 लाख 23 हजार 379 मतदाता थे। ASD प्रक्रिया के तहत 5 लाख 36 हजार 276 वोटर्स के नाम सूची से बाहर किए गए हैं।

इस संशोधन के बाद, अब ड्राफ्ट मतदाता सूची में कुल 42 लाख 87 हजार 103 मतदाता शेष रह गए हैं। यह संख्या जयपुर जिले में मतदाताओं की संशोधित स्थिति को दर्शाती है।

विधानसभावार स्थिति: कहां कितने नाम कटे

जयपुर जिले की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में नाम हटने की संख्या अलग-अलग रही है। कुछ क्षेत्रों में यह संख्या काफी अधिक रही है, जबकि कुछ में कम।

सिविल लाइंस: सर्वाधिक नाम हटे

सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा वोटर्स के नाम हटाए गए हैं। यहां कुल 2 लाख 49 हजार 187 वोटर्स में से 49 हजार 474 वोटर्स (19.85 फीसदी) के नाम ASD के तहत सूची से बाहर किए गए हैं।

चौमूं: सबसे कम नाम हटे

इसके विपरीत, चौमूं विधानसभा क्षेत्र से सबसे कम वोटर्स बाहर हुए हैं। यहां कुल 2 लाख 57 हजार 463 वोटर्स में से 8806 वोटर्स (3.42 फीसदी) के नाम ASD के तहत सूची से हटाए गए हैं। यह क्षेत्र में मतदाता सूची के अपेक्षाकृत कम बदलाव को दर्शाता है।

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