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मानवता को झकझौर देने वाली इस घटना के बाद से आरोपी के खुद के समुदाय के लोग भी खुलकर आरोपियों की खिलाफ खड़े हो गए हैं। जानकारी के अनुसार, महिला के साथ दरिंदगी करने वाले मैतई समुदाय के लोग हैं और आरोपी के घर को आग लगाने वाले भी उसी मेतई समुदाय के लोग हैं।
मणिपुर | Manipur Violence: पूरे देश को शर्मसार करने वाली मणिपुर की घटना को लेकर राजनीतिक जंग छिड़ी हुई है।
जहां विपक्षी दल इस घटना को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर हैं, वहीं मणिपुर में आक्रोशित लोगों ने महिलाओं के साथ हैवानियत करने वाले मुख्य आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया है।
शुक्रवार को चेकमाई इलाके में गुस्साई भीड़ ने मुख्य आरोपी का घर फूंक दिया।
गौरतलब है कि मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद दो महिलाओं से सार्वजनिक बदसलूकी की गई थी जिसका वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देशभर में इस घटना के खिलाफ गुस्सा भड़का हुआ है।
मानवता को झकझौर देने वाली इस घटना के बाद से आरोपी के खुद के समुदाय के लोग भी खुलकर आरोपियों की खिलाफ खड़े हो गए हैं।
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना के बाद गुरुवार को कहा कि यह मानवता के खिलाफ किया गया अपराध है जहा आरोपियों को सजा-ए-मौत दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी। अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, महिला के साथ दरिंदगी करने वाले मैतई समुदाय के लोग हैं और आरोपी के घर को आग लगाने वाले भी उसी मेतई समुदाय के लोग हैं।
मणिपुर में वायरल वीडियो में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सरेआम उनके साथ दरिंदगी करने वालों में से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इनमें से मुख्य आरोपी हुउरेम हेरोदास भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।
जब हेरोदास के घर के आस-पड़ोस में रहने वालों को इसकी सूचना मिली तो वो उसके घर को जलाने के लिए पहुंच गए।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी का घर नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन के अधीन आने वाले इलाके में है, जहां गुरुवार की शाम को भीड़ ने उसके घर में आग लगा दी।
घर को आग लगाने वालों में महिलाएं शामिल
दो दिन पहले वायरल हुए वीडियो में हेरोदास दो महिलाओं के साथ हैवानियत करते हुए दिखाई दिया था। अब उसके घर को आग के हवाले करने वालों में भी ज्यादातर महिलाएं ही हैं।
महिलाओं का कहना है कि भले ही वो मेतई समुदाय से हो, लेकिन इस तरह की हैवानियत का हरगिज भी समर्थन नहीं करती हैं।
3 मई को मेतई और कूकी समुदाय के बीच मणिपुर में दंगे भड़क गए थे। हिंसा में कई लोगों की मौत हुई थी।
उसके अगले दिन ही मेतई समुदाय की भीड़ ने कूकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया था और उनके साथ बर्बरता की।