Highlights
- मंत्रिमंडल विस्तार पर सतीश पूनिया ने कहा, 'कुंवारे की कभी न कभी शादी तो होती ही है।'
- पूनिया ने राज्य सरकार के 2 साल के कार्यकाल की सराहना की।
- यमुना जल समझौते पर डोटासरा के आरोपों का जवाब दिया, बोले बीजेपी प्रतिबद्ध है।
- निवेश से राजस्थान की आर्थिक तरक्की को ताकत मिलेगी।
कोटा: राजस्थान (Rajasthan) में मंत्रिमंडल विस्तार पर बीजेपी (BJP) के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि दिल्ली (Delhi) से उन्हें उतनी ही जानकारी है, जितनी संपर्क रखने वालों को। उन्होंने कहा कि कुंवारे की शादी तो होती ही है, इसलिए इंतजार करें। पूनिया ने राज्य सरकार (State Government) के 2 साल के कार्यकाल की सराहना की और डोटासरा (Dottasra) के आरोपों का जवाब दिया।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया ने कोटा के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने राजस्थान में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अपनी राय व्यक्त की।
पूनिया ने कहा कि दिल्ली में जिन लोगों के संपर्क हैं, उन्हें जितनी जानकारी है, उतनी ही उन्हें भी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चर्चाओं का माहौल बने रहना अच्छा है, क्योंकि इससे लोगों में उम्मीदें कायम रहती हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार पर पूनिया का अनोखा बयान
सतीश पूनिया ने मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर एक दिलचस्प उपमा का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि जैसे किसी कुंवारे व्यक्ति को शादी का इंतजार रहता है, वैसे ही कुछ लोगों को मंत्री बनने की आस होगी।
उन्होंने आगे कहा कि हमें थोड़ा इंतजार करना चाहिए। आखिरकार, कुंवारे की कभी न कभी तो शादी होती ही है।
राज्य सरकार के 2 साल के कार्यकाल की सराहना
पूनिया ने राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार को विरासत में एक ऐसी सरकार मिली थी, जो कई समस्याओं से जूझ रही थी।
इन समस्याओं में पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और बदतर कानून व्यवस्था प्रमुख थीं। सर्किट हाउस में पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
डोटासरा के आरोपों का पूनिया ने दिया जवाब
कांग्रेस नेता डोटासरा के इस आरोप पर कि इस सरकार में यमुना का पानी नहीं आएगा, पूनिया ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि डोटासरा अपनी बात कह रहे हैं, क्योंकि वे पिछले 50 सालों में पानी लाने में विफल रहे थे।
पूनिया ने आरोप लगाया कि डोटासरा हमेशा आशंकित रहे हैं। इसी कारण उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं को पिछले कार्यकाल में पूरा नहीं होने दिया, बल्कि उन्हें विफल करने का काम किया।
जल जीवन मिशन और आयुष्मान योजना पर निशाना
सतीश पूनिया ने जल जीवन मिशन और आयुष्मान योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि डोटासरा ने इन योजनाओं को भी सफल नहीं होने दिया।
पूनिया ने स्पष्ट किया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार यमुना के एमओयू (समझौते ज्ञापन) को जल्द ही धरातल पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) भी तैयार की जाएगी।
निवेश से आर्थिक तरक्की को मिलेगी ताकत
सतीश पूनिया ने प्रवासी दिवस के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज का दिन अहम है, क्योंकि राजस्थान में देश व दुनिया के प्रवासी जुटे हैं।
सरकारी जानकारी के अनुसार, 7 लाख करोड़ के जो एमओयू हुए थे, वे अब धरातल पर उतरे हैं। पूनिया ने इसे राजस्थान में पिछले दो वर्षों में हुआ एक बड़ा काम बताया।
उन्होंने कहा कि इससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा। साथ ही, राजस्थान की आर्थिक तरक्की को ताकत मिलेगी और अन्य सेक्टर में भी अभिनव काम किया गया है।
जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने का काम
सतीश पूनिया ने SIR (मतदाताओं के पुनरीक्षण) के जरिए हुए काम का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान पहला प्रदेश है, जिसमें शत प्रतिशत यह काम हुआ है।
उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि यदि पिछले दो सालों का ठीक से आकलन किया जाए, तो सरकार ने जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने का काम किया है। पूनिया ने इस दौरान पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत के घर जाकर उनसे मुलाकात भी की।
राजनीति