Highlights
- पचपदरा पुलिस ने मोबाइल टावर से बैटरियां चोरी करने वाली गैंग का खुलासा किया।
- ऑपरेशन अश्ववेग के तहत एक आरोपी अशोक सिंह को गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस ने 46 चुराई गई बैटरियां और चोरी में प्रयुक्त स्कार्पियो जब्त की।
- गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी, अन्य साथियों की तलाश तेज।
बालोतरा: बालोतरा (Balotra) जिले की पचपदरा (Pachpadra) पुलिस ने ऑपरेशन अश्ववेग (Operation Ashwaweg) के तहत मोबाइल टावर से बैटरियां चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है। एक आरोपी अशोक सिंह (Ashok Singh) को गिरफ्तार कर 46 बैटरियां और चोरी में प्रयुक्त स्कार्पियो जब्त की गई है। अन्य साथियों की तलाश जारी है।
ऑपरेशन अश्ववेग: चोरी पर लगाम लगाने की पहल
बालोतरा एसपी रमेश ने बताया कि जिले में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए 'ऑपरेशन अश्ववेग' चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य चोरी की वारदातों का जल्द खुलासा कर शत-प्रतिशत बरामदगी सुनिश्चित करना और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना है।
इसी कड़ी में एएसपी हरफूल सिंह और पचपदरा डीएसपी विकास कुमार के सुपरविजन में थानाधिकारी अचलाराम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम को मोबाइल टावर से बैटरी चोरी की वारदातों पर लगाम लगाने का जिम्मा सौंपा गया था।
संदिग्ध स्कार्पियो का पीछा और गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने 9 दिसंबर को रात के समय गश्त के दौरान एक संदिग्ध स्कार्पियो वाहन को रुकने का इशारा किया। हालांकि, वाहन चालक ने पुलिस की बात अनसुनी कर दी और तेज गति से वाहन भगाकर ले गया।
पुलिस टीम ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए वाहन का पीछा करना शुरू किया। पीछा करते हुए संदिग्ध वाहन खेड़ रोड पर एक नवनिर्मित कॉलोनी में जा घुसा, जहां आगे रास्ता बंद था।
रास्ता बंद होने का फायदा उठाकर आरोपी अशोक सिंह और उसके साथी रात के अंधेरे और घनी झाड़ियों का लाभ उठाकर स्कार्पियो को वहीं छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से मौके से चुराई गई 46 बैटरियां और चोरी में उपयोग की गई स्कार्पियो गाड़ी को जब्त कर लिया।
तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिरों से मिली सफलता
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तलाश युद्धस्तर पर शुरू की। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों से मिली सूचनाओं के आधार पर गहन जांच-पड़ताल की।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, पुलिस ने आरोपी अशोक सिंह पुत्र मोहनसिंह, निवासी सिटी पार्क के पीछे, बालोतरा को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी के साथ ही मोबाइल टावर से बैटरियां चोरी करने वाली संगठित गैंग का पर्दाफाश हो गया।
किराए के वाहनों का उपयोग और सुनियोजित तरीका
आरोपी अशोक सिंह से हुई प्रारंभिक पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोपी ने बताया कि उनकी गैंग एक संगठित तरीके से काम करती थी और मोबाइल टावरों को निशाना बनाकर बैटरियां चोरी करती थी।
चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए वे विशेष रूप से किराए पर वाहन लेते थे। इससे पुलिस को उनकी पहचान करने में मुश्किल होती थी और वे सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे।
एयरटेल टावर से चोरी की रिपोर्ट
पुलिस के अनुसार, इस मामले की शुरुआत 7 दिसंबर को हुई थी। जीवन खान पुत्र चांद खान, निवासी पचपदरा, जिला बालोतरा ने पचपदरा थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट में बताया गया था कि गांव हेमपुरा में स्थित एयरटेल के टावर से 46 बैटरियां चोरी करके ले जाई गई हैं। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी, जिसके बाद यह बड़ी सफलता हाथ लगी।
इस कार्रवाई में पचपदरा थाने के एसआई सुराराम, हैड कांस्टेबल मोटाराम, कांस्टेबल जीतुराम और कांस्टेबल फरसाराम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनकी सूझबूझ और टीम वर्क ने इस गैंग का खुलासा करने में मदद की।
अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी पुलिस
फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपी अशोक सिंह से गैंग के अन्य फरार सहयोगियों के बारे में गहनता से पूछताछ कर रही है। उनकी पहचान और संभावित ठिकानों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस ने गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में विभिन्न स्थानों पर दबिश देना भी शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही इस गैंग के सभी सदस्य पुलिस की गिरफ्त में होंगे और क्षेत्र में मोबाइल टावर बैटरी चोरी की घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लग सकेगा।
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