Highlights
- नागौर में चाय विवाद के बाद श्रद्धालुओं की बस पर हमला हुआ था.
- पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
- गौशाला संचालक कुशालगिरी महाराज भी आरोपी हैं और अभी फरार हैं.
- कुशालगिरी महाराज पहले भी कई विवादों में फंसे रहे हैं.
नागौर. 23 सितंबर को चाय विवाद के बाद कृष्णा गोशाला (Krishna Gaushala) के कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं (devotees) की बस पर हुए हमले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गोशाला संचालक कुशालगिरी महाराज (Kushalgiri Maharaj) भी आरोपी हैं और फरार हैं.
पुलिस ने गौशाला मैनेजर श्रवण सैन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गौशाला संचालक कुशालगिरी महाराज भी इस मामले में आरोपी हैं, जिनकी तलाश जारी है.
हमला क्यों हुआ?
यह घटना 23 सितंबर को चाय देने की बात पर हुए विवाद के बाद हुई. गौशाला के कर्मचारियों ने वहां से गुजर रही श्रद्धालुओं की बस पर हमला कर दिया था.
लाठियों से बस की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए. इससे बस में सवार लोग काफी दहशत में आ गए थे.
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
घटना के अगले दिन, 24 सितंबर को पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. पांच थानों की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए गौशाला पर रेड डाली.
नागौर सदर थाना इंचार्ज सुरेश कस्वां ने आरोपियों के नाम बताए हैं. नागौर के चिमरानी निवासी श्रवण सैन इनमें शामिल है.
हमीरावास चूरू निवासी मनीष पूनियां भी गिरफ्तार हुआ है. इग्यासनी, नागौर के अशोक जाट को भी पुलिस ने पकड़ा है.
मामले की जांच नागौर डीएसपी प्रशिक्षु आईपीएस जतिन जैन कर रहे हैं. अन्य आरोपियों की जानकारी अभी जुटाई जा रही है.
गौशाला संचालक भी आरोपी
थानाधिकारी ने बताया कि कुशालगिरी महाराज भी इस वारदात में आरोपी हैं. हालांकि, वे अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
पुलिस संभावित ठिकानों पर उनकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है.
विरोध और विवादों का इतिहास
नागौर में सर्वसमाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने रैली निकालकर विरोध जताया है. प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि महाराज को फंसाया जा रहा है.
कुशालगिरी महाराज "बॉस" के नाम से भी काफी फेमस हैं. उन्हें 2013 में प्रयागराज में महामंडलेश्वर की उपाधि मिली थी.
वह पहले भी कई विवादों में फंस चुके हैं. फरवरी 2023 में पाली के जाडन टोल नाके पर हंगामा हुआ था.
उनकी कार को निकलने में ज्यादा समय लग गया था. नाराज कुशालगिरी ने कार से उतरकर तलवार लहराई थी.
सांसद हनुमान बेनीवाल की मांग
सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी घटना को लेकर एक्स पर पोस्ट शेयर की. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस ने बताई पूरी कहानी
सदर थानाधिकारी सुरेश कस्वां ने वारदात की पूरी जानकारी दी. कृष्णा गौशाला पर श्रद्धालुओं को मुफ्त चाय मिलती है.
एक यात्री ने लाइन से अलग जाकर जल्दी चाय मांगी. कर्मचारी ने उसे लाइन में आने को कहा, तो विवाद बढ़ गया.
यात्री ने कर्मचारी को थप्पड़ मारकर बस में चढ़ गया. गौशाला स्टाफ ने उसी बस को गलत समझकर हमला कर दिया.
बस में बैठे यात्री श्रीडूंगरगढ़ के निवासी बताए गए हैं. वे सभी जुंजाला धाम, खरनाल दर्शन के लिए जा रहे थे.