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पाकिस्तान की हसीनाओं के चक्कर में आकर नरेंद्र कुमार सोशल मीडिया के जरिए बॉर्डर इलाके की सामरिक जानकारियां पाकिस्तानी एजेंट्स से साझा कर रहा था।
जयपुर | पाकिस्तान अपनी नापाक करतूतों से बाज नहीं आने वाला। सीमा पार से लगातार घुसपैठ, कभी आतंकी गतिविधि, कभी ड्रोन से निगरानी से भी पार नहीं पड़ रही तो अब हसीनाओं का प्रेमजाल बिछाकर भारत के युवाओं को फंसा रहा है।
पाकिस्तान की इन हसीनाओं के चक्कर में आकर कई युवक जासूसी के आरोप में धरे गए हैं।
खुफिया जानकारी जुटाने के लिए खूबसूरत चेहरों का इस्तेमाल कर देश के लोगों को हनीट्रैप में फंसाया जा रहा है और उनके जरिए सामरिक जानकारियां जुटाई जा रही है।
इसी के साथ पाकिस्तान बड़ी संख्या में उन लोगों को ऐसे वाट्सएप ग्रुप में भी जोड़ने का काम कर रहा है, जिनका संचालन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़ी महिला हैंडलर्स करती हैं।
राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस ने एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया तो उससे खुले राज जानकार हैरान रह गई।
पुलिस पड़ताल में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई और पता लगा कि पाकिस्तान हसीनाएं अपने हुस्न के जाल में फंसाकर लोगों से जासूसी करवा रही हैं।
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के हनी ट्रैप में फंसकर सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने वाले जासूस को इंटेलीजेंस पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इंटेलीजेंस ने 22 वर्षीय युवक नरेंद्र कुमार को बीते दिनों गिरफ्तार किया है।
आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से खुफिया जानकारी देता था। नरेन्द्र कुमार बीकानेर जिले के खाजूवाला में आनंदगढ़ गांव का रहने वाला है। यह गांव पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है।
आरोपी दो पाकिस्तानी महिलाओं के संपर्क में था, जो पाक एजेंट थी।
इनमें से एक महिला जासूस के इशारे पर उसने बॉर्डर इलाके के कई लोगों को एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा था।
आरोपी जासूस नरेंद्र कुमार सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी महिला एजेंट्स के संपर्क आया और सोशल मीडिया के जरिए ही बॉर्डर इलाके की सामरिक जानकारियां पाकिस्तानी एजेंट्स से साझा कर रहा था।
एडीजे इंटेलिजेंस एस सेंगथिर ने बताया कि आरोपी पिछले करीब सालभर से बॉर्डर इलाके की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए शेयर कर रहा था।
हनीट्रेप के माध्यम से दोनों महिला एजेंट आरोपी युवक से फोटो, वीडियो और खबरें मंगवाती रहती थी।
पाकिस्तान की महिला एजेंट ने खुद को पूनम बाजवा बताते हुए सोशल मीडिया के जरिए नरेंद्र से संपर्क किया था।
उसने खुद को भटिंडा की रहने वाली और बीएसएफ में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत बताया था।
उसने शादी का झांसा देकर अपने वाट्सएप नंबर भी दिए और युवक को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया।
सेंगथिर ने बताया कि सामरिक और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए पाकिस्तानी महिला एजेंट्स सैनिकों, पैरामिलिट्री, रक्षा, जलदाय विभाग, बिजली विभाग व रेलवे कर्मचारियों, वैज्ञानिकों, सेना के राशन सप्लायर्स, ठेकेदार और बॉर्डर इलाके में रह रहे लोगों को टारगेट कर रही है।
उन्होंने बताया कि इन्हें हनीट्रैप में फंसाकर खुफिया और सामरिक महत्व की जानकारी जुटाई जाती है।
दूसरी जासूस ने खुद को बताया पत्रकार
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी नरेंद्र के संपर्क में आई दूसरी पाकिस्तानी महिला ने खुद को पत्रकार बताया था।
नरेंद्र के पास जिस नंबर से कॉल आया था। वह भारतीय नंबर था।