Highlights
- शादी से ठीक पहले युवती करिश्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की।
- हाथों में लगी थी मेहंदी, जिस पर दूल्हे का नाम भी लिखा था।
- परिवार में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदल गईं।
- पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।
जालोर: रामसीन (Ramsin) क्षेत्र के कोट कास्तान (Kot Kastan) गांव में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं, जब 23 नवंबर को शादी करने वाली करिश्मा जैन (Karishma Jain) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके हाथों में मेहंदी लगी थी, जिस पर दूल्हे का नाम भी लिखा था।
कोटकास्तान गांव में जिस घर में कुछ दिनों पहले तक शहनाइयों की गूंज और शादी की तैयारियों का उत्साह था, वहां अब सन्नाटा पसरा है।
23 नवंबर को युवती करिश्मा की शादी होने वाली थी। रिश्तेदार और मेहमान भी मारवाड़ पहुंच चुके थे, लेकिन मंगलवार को एक ऐसी घटना घटी जिसने पलभर में सारी खुशियों को मातम में बदल दिया।
शादी से ठीक पहले करिश्मा ने क्यों दी जान?
मंगलवार को करिश्मा ने अपने ही मकान में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस खबर से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
परिजन युवती को एक निजी चिकित्सालय ले गए, जहां से उसे राजकीय चिकित्सालय रेफर किया गया।
बुधवार सुबह मेडिकल बोर्ड द्वारा युवती के शव का पोस्टमार्टम हुआ। इस दौरान दूल्हे की माता सहित करिश्मा के रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल था।
करिश्मा के हाथों में लगी मेहंदी पर 23 नवंबर की शादी की तारीख और दूल्हे का नाम स्पष्ट रूप से लिखा था।
दूल्हे की माता ने बताया कि करिश्मा शादी से बेहद खुश थी।
वह अपनी नई जिंदगी को लेकर उत्साहित थी, लेकिन अचानक किस वजह से उसने आत्महत्या जैसा भयावह कदम उठाया, यह किसी की समझ से परे है।
परिवार इस अनसुलझी पहेली से गहरे सदमे में है।

खुशियां बदलीं मातम में, पूरा गांव स्तब्ध
करिश्मा के इस अप्रत्याशित कदम ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।
जिस घर में शादी के गीत गाए जाने थे, वहां अब शोकगीत गाए जा रहे हैं। मेहमान जो खुशियां बांटने आए थे, वे अब परिवार को सांत्वना दे रहे हैं।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, ताकि करिश्मा की आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे रहस्य और गहरा गया है।
ननिहाल में रहती थी करिश्मा, पिता की भी हुई थी दुखद मौत
करिश्मा जैन (23) के जीवन में पहले भी एक बड़ी त्रासदी आ चुकी थी। जानकारी के अनुसार, करिश्मा के पिता महेंद्र जैन आकोली निवासी थे और सूरत के टेक्सटाइल मार्केट में व्यापार करते थे।
कुछ वर्षों पहले टेक्सटाइल मार्केट में हुई भीषण आगजनी की घटना में महेंद्र कुमार जैन की भी दुखद मौत हो गई थी। इस घटना के बाद करिश्मा अपनी मां के साथ अपने ननिहाल में रहने लगी थी।
ननिहाल से ही करिश्मा की शादी की तैयारियां चल रही थीं। परिवार ने अपनी बेटी की शादी को धूमधाम से करने की पूरी योजना बनाई थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।

इस दुखद घटना ने एक बार फिर परिवार के पुराने घावों को ताजा कर दिया है। पुलिस अब सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही है कि आखिर शादी की इतनी खुशी के बावजूद करिश्मा ने यह कदम क्यों उठाया।
क्या कोई दबाव था, कोई अनकही बात थी, या कोई और कारण? इन सभी सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस जुटी हुई है।
यह घटना समाज में मानसिक स्वास्थ्य और युवा पीढ़ी पर बढ़ते दबाव पर भी सोचने को मजबूर करती है।
कई बार बाहरी खुशी के पीछे गहरे दुख या चिंताएं छिपी होती हैं, जिन्हें पहचानना और समय रहते उनका समाधान करना अत्यंत आवश्यक है।
करिश्मा की आत्महत्या का मामला एक दुखद रिमाइंडर है कि हमें अपने आसपास के लोगों की भावनाओं और मानसिक स्थिति के प्रति अधिक संवेदनशील रहना चाहिए।
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