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उम्मीदवारों को लेकर चल रही जद्दोजहद के बीच में ये बात भी सामने आ रही हैं कि इस बार कई मंत्रियों और विधायकों के टिकट खतरे में है। इनमें मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ के टिकट पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी के होने के बाद से कांग्रेस की लिस्ट का लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
बगावत के डर से प्रत्याशियों के नामों को लेकर उलझी कांग्रेस की बुधवार को 3 घंटे तक चली सीईसी की बैठक में 106 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगने की बात सामने आ रही है।
इस बैठक में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अशोक गहलोत सहित 32 नेता मौजूद रहे, लेकिन इस बैठक में सचिन पायलट शामिल नहीं हुए।
इन दिग्गजों के टिकट खतरे में
वहीं दूसरी ओर, उम्मीदवारों को लेकर चल रही जद्दोजहद के बीच में ये बात भी सामने आ रही हैं कि इस बार कई मंत्रियों और विधायकों के टिकट खतरे में है।
इनमें मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़ के टिकट पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन नेताओं की आलाकमान के खिलाफ बगावत के चलते इन पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
दरअसल, पिछले साल 25 सितंबर की बगावती तेवर वाली घटना को आलाकमान भूला नहीं है। ऐसे में पार्टी अब इन नेताओं का टिकट काटने की फिराक में है।
गहलोत टिकट के लिए बना रहे दवाब
सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इन तीनों नेताओं को फिर से टिकट दिलाने के लिए आलाकमानों पर भारी दबाव बना रहे हैं।
सीएम गहलोत का कहना है कि इन सीटों पर इन तीन नेताओं के अलावा और कोई मजबूत विकल्प नहीं है। ऐसे में पार्टी की जीत के लिए इन्हें टिकट देने ही चाहिए।
इसके अलावा सर्वे में सामने आए खराब छवि के विधायकों का टिकट काटने का भी पार्टी पर दवाब बढ़ता जा रहा है।
बता दें कि कांग्रेस की लिस्ट अभी तक उजागर नहीं हुई है लेकिन उससे पहले ही कांग्र्रेस नेताओं में टिकट को लेकर जंग देखी जा रही है।
कई सीटों पर दावोदारों और मौजूदा विधायकों के खिलाफ भी विरोध देखने को मिल रहा है।