Highlights
शिकायत मिलेगी तो करेंगे जांच, नहीं तो चलेगा रामराज !
खदानों में जांच के लिए भी शिकायतों के भरोसे बैठे अधिकारी
मॉनिटरिंग के अभाव में माफिया लगा रहे राजकोष को चूना
सिरोही । सेलवाड़ा की मार्बल खदानों में अवैध खनन का मामला सामने आने के बाद विभागीय स्तर पर जुर्माना वसूली की कार्रवाई शुरू की है। इन पर भारी-भरकम राशि आरोपित की है। वैसे कार्रवाई तीन खदानों पर ही हो पाई है और वह भी शिकायत मिलने के बाद। अन्यथा इससे पहले सेलवाड़ा में रामराज ही रहा। चौंकना लाजिमी पर हकीकत यही है। सेलवाड़ा में चल रही अन्य खदानों की भी जांच हो जाती तो इस तरह के कई मामले सामने आ सकते हैं। अवैध खनन से राजकोष को चूना लगाया जा रहा है, लेकिन अधिकारी महज शिकायतों के भरोसे ही बैठे हुए हैं।
खदानों की मॉनिटरिंग भगवान भरोसे
सेलवाड़ा में सालों से चल रही इन मार्बल खदानों की मॉनिटरिंग भगवान भरोसे ही है।
विभागीय स्तर पर इनकी समुचित जांच नहीं की जा रही। यदि ऐसा होता तो अवैध खनन के मामले पहले ही पकड़ में आ जाते। माना जा रहा है कि सेलवाड़ा में ही इस तरह की अन्य कई खदानें हैं, जिनमें नियमों से परे खनन किया जा रहा है।
फिर भी नजर में नहीं आया अवैध खनन
विभाग की ओर से चलाए जा रहे अभियानों की भी खानापूर्ति हो रही है। प्रदेशस्तरीय अभियानों का डिंडोरा जरूर पीटा जाता है, लेकिन सिरोही जिले में कोई खास कार्रवाई नहीं हो पा रही। सेलवाड़ा की इन तीन खदानों में ही जब हजारों मीट्रिक टन अवैध खनन कर लिया गया, लेकिन अधिकारियों की नजर में ही नहीं आ पाया। ऐसे में प्रदेशस्तरीय अभियानों की औपचारिकता भी आसानी से समझ में आ जाती है।
इन पट्टाधारकों पर 75 करोड़ का जुर्माना आरोपित
उल्लेखनीय है कि शिकायत में सेलवाड़ा में खनन पट्टाधारक ओम माइंस एंड मिनरल्स, योगेश गुप्ता व सीमा अग्रवाल के खिलाफ नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था। शिकायत के बाद जोधपुर अधीक्षण अभियंता ने जांच कमेटी गठित की। टीम ने ड्रोन सर्वे के जरिए जांच कर रिपोर्ट सौंपी। मामले में हजारों मीट्रिक टन अवैध खनन की पुष्टि की गई। साथ ही दो पट्टाधारकों पर 75 करोड़ रुपए का जुर्माना आरोपित किया गया।
शिकायत मिलेगी तो करेंगे....
सेलवाड़ा की मार्बल खदानों में अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। अन्य खदानों के लिए भी शिकायत आएगी तो जरूर जांच की जाएगी।
- चंदनकुमार, खनिज अभियंता, सिरोही
राजनीति