Highlights
- सर्गम 2025 का समापन डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, सिरोही में हुआ।
- मुख्य अतिथि डॉ. ललित रेगर और विशिष्ट अतिथि डॉ. अश्विनी कुमार मौर्य ने छात्रों को प्रेरित किया।
- कविता पाठ, समूह नृत्य और पुरस्कार वितरण समारोह ने कार्यक्रम में चार चाँद लगाए।
- प्राचार्य डॉ. श्रवण कुमार मीणा ने सर्गम को विद्यार्थियों की प्रतिभा का प्रतीक बताया।
सिरोही: डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, सिरोही (Dr. Bhimrao Ambedkar Government Medical College, Sirohi) में सर्गम 2025 (Sargam 2025) का समापन उल्लास और उमंग के साथ हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. ललित रेगर (Dr. Lalit Regar) और विशिष्ट अतिथि डॉ. अश्विनी कुमार मौर्य (Dr. Ashwini Kumar Maurya) ने छात्रों को संबोधित किया।
डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, सिरोही में सर्गम 2025 का समापन समारोह भव्यता और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. ललित रेगर, जो आर.एन.टी. मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के अतिरिक्त प्रधानाचार्य हैं, और विशिष्ट अतिथि डॉ. अश्विनी कुमार मौर्य, जो सिरोही के पूर्व पीएमओ हैं, के करकमलों द्वारा किया गया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. श्रवण कुमार मीणा, अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ. मलकेश मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं सहअतिरिक्त अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र महात्मा सहित अनेक फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और सम्मान
कार्यक्रम में कविता पाठ और समूह नृत्य जैसी मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके पश्चात विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथियों का संबोधन
मुख्य अतिथि डॉ. ललित रेगर ने अपने संबोधन में छात्रों को प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियाँ छात्रों के भीतर अनुशासन, रचनात्मकता और संवेदनशीलता का विकास करती हैं।
डॉ. रेगर ने इस बात पर जोर दिया कि डॉक्टर बनने की राह केवल अकादमिक अध्ययन से नहीं, बल्कि मानवीय जुड़ाव और संस्कृति से भी सशक्त होती है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. अश्विनी कुमार मौर्य ने भी अपने विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि सिरोही मेडिकल कॉलेज की सर्गम जैसी पहलें विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, एकता और नेतृत्व के गुणों का विकास करती हैं।
डॉ. मौर्य ने यह भी बताया कि ऐसे आयोजनों से मेडिकल शिक्षा का मानवीय पक्ष उजागर होता है, जो भविष्य के डॉक्टरों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्राचार्य का वक्तव्य और समापन
प्राचार्य डॉ. श्रवण कुमार मीणा ने सर्गम 2025 के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि सर्गम केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की मेहनत, प्रतिभा और टीम स्पिरिट का प्रतीक है।
डॉ. मीणा ने इस आयोजन को महाविद्यालय के समग्र विकास की दिशा में एक मजबूत कदम बताया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. निहाल सिंह द्वारा होस्ट की गई एक जोशीली डीजे नाइट से हुआ।
सर्गम 2025 का यह समापन महाविद्यालय परिवार के सामूहिक प्रयास, प्रतिभा और उल्लास का एक भव्य प्रतीक बन गया।
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