विधानसभा में 'नकल' की कोशिश!: सुखराम विश्नोई जवाब नहीं दे पाए तो अफसरों से सदन में ही पूछने की कोशिश, विपक्ष ने जताया विरोध और सीपी जोशी ने लगा दी क्लास

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Highlights

लिखित में जवाब देते हुए मंत्री सुखराम विश्नोई कर बैठे गलतियां

अध्यक्ष और प्रतिपक्ष ने टोका तो अफसरों से पूछने की कोशिश की

नाराजगी जताई अध्यक्ष सीपी जोशी ने, कहा यह परम्परा ठीक नहीं है

सरकार और मंत्री को दिए हैं प्रभावी कार्यवाही करने के आदेश

Jaipur | सदन में श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई विधानसभा में घिर गए। जवाब नहीं दे पाए तो अध्यक्ष की नराजगी परीक्षा में घिरे सुखराम विश्नोई ने अफसर दीर्घा से पूछकर उत्तर कॉपी करने की कोशिश भी की, परन्तु पार नहीं पड़ी।

अध्यक्ष सीपी जोशी ने मंत्री सुखराम की क्लास लगा दी और कहा कि सरकार ढंग से जवाब तैयार करके आए।

विधानसभा में श्रम कल्‍याण की योजना में मजदूरों का पंजीयन विषय पर विधायक अमृतलाल मीणा ने एक सवाल पूछा था।

उसमें श्रम मंत्री के नाते बोलने खड़े हुए सुखराम विश्नोई ढंग से जवाब नहीं दे पाए। यहां तक कि उनका जवाब सदन के कायदों पर ही खरा नहीं था।

अध्यक्ष सीपी जोशी ने मंत्री के जवाब और विभाग से मिले उत्तर पर आपत्ति जता दी। इस पर मंत्री ने अफसर दीर्घा से उत्तर की कोशिश की। इस पर प्रतिपक्ष ने विरोध जता दिया।

सभापति सीपी जोशी ने कहा कि मंत्री और सारे अधिकारियों से कहना चाहता हूं कि विधानसभा में इस तरह से गैर जिम्मेदारी से प्रश्न का उत्तर आना हम सबके लिए चिंता का विषय है। सरकार से यह अपेक्षा की जाती है की सदन में जो जवाब आए हैं। उसका मंत्री पूरा तैयारी करके जवाब दें, अन्यथा सदन की गरिमा खत्म हो जाएगी।

जोशी ने सुखराम विश्नोई से कहा कि जिस अधिकारी ने इस सूचना को सही नहीं दिया है। मैं अपेक्षा करूंगा मंत्री जी उसके खिलाफ आप करवाई करेंगे। मंत्री ने अफसरों से बात करने की कोशिश की और वहां से उत्तर पाने की कोशिश की तो प्रतिपक्ष के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ बोले यह नियम विरुद्ध है।

उन्होंने सभापति से सुखराम के लिए कहा कि आप इनको प्रताड़ित करिए विधानसभा के सारे नियम प्रक्रिया का उल्लंघन करके सीधा ऑफिसर के लिए बात कर रहे हैं मंत्री। इस पर प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यह उत्तर की फाइल कई माध्यमों से आती है। ऐसे में सभी अफसरों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।  

मंत्री सुखराम विश्नोई ने इसके बाद भी जवाब देने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए। हालांकि बाद में प्रश्नकाल का समय पूरा हो गया तो अध्यक्ष ने कार्यवाही को आगे बढ़ा दिया।

मंत्री ने यह दिया था जवाब
मंत्री विश्नोई ने लिखित जवाब में कहा कि 1 सितम्बर 2016 से ही सम्‍पूर्ण प्रदेश में ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा है। उन्होंने 1 जनवरी, 2018 से 31 दिसम्‍बर 2022 तक की अवधि में उदयपुर जिले की सलूम्बर, सराडा, सेमारी, जयसमंद एवं झल्‍लारा पंचायत समितियों में हुए पंजीयन का विवरण तथा इस अवधि में योजनावार लाभान्वितों का विवरण  सदन के पटल पर रखा।

उन्होंने बताया कि मण्‍डल की निर्माण श्रमिक जीवन एवं भविष्‍य सुरक्षा योजना के अन्‍तर्गत हिताधिकारियों द्वारा पीएमजेजेबीवाई अथवा पीएमएसबीवाई हेतु कराये गये बीमा की प्रीमियम राशि का क्रमश: 50 प्रतिशत एवं 100 प्रतिशत पुनर्भरण किया जाता है।

विश्नोई ने बताया कि पंजीकृत श्रमिकों की संतानों की उच्‍च शिक्षा हेतु मण्‍डल की निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना के अन्‍तर्गत पात्रतानुसार छात्रवृत्ति दिये जाने के साथ-साथ मेधावी छात्रों को प्रोत्‍साहन राशि दिये जाने का भी प्रावधान है।

कौन है सुखराम विश्नोई
श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई लगातार दूसरी बार सांचौर से विधायक हैं। पहले वे वन मंत्री बनाए गए थे, लेकिन बाद में उनका विभाग श्रम कर दिया गया। सांचौर जालोर का वो इलाका है जो इन दिनों नकल प्रकरण के कारण बदनाम है।

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