Highlights
- फीता कांटने में व्यस्त राज्यमंत्री को ना समस्याओं की फ़िक्र और ना ही फरियादियों की चिंता
- जनसुनवाई का निर्धारित समय था दोपहर 1 बजे लेकिन शाम 6 बजे पहुंचे मंत्री जी
- सीनियर सिटीजन और विकलांग फरियादी भी घंटो करते रहे इंतजार
Sirohi | प्रदेश के पंचायती राज, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन व सहायता व नागरिक सुरक्षा विभाग के राज्यमंत्री ओटाराम देवासी की सोमवार को सर्किट हाउस में दोपहर एक बजे जनसुनवाई का कार्यक्रम था लेकिन राज्यमंत्री पिंडवाड़ा तहसील के केर पंचायत भवन के लोकार्पण, ज़नापुर-नांदिया मिसिंग लिंक सड़क का लोकार्पण करने और फीता कांटने में व्यस्त व मशगूल रहे और निर्धारित कार्यक्रम के पांच घंटे बाद शाम छह बजे सर्किट पहुंचे और फरियादियों की समस्याओ के पत्र अपने पीए को पकड़ाकर समस्या समाधान का आश्वासन दे दिया।
विकलांग व सीनियर सिटीजन्स भी घंटो करते रहे इंतजार-
जनसुनवाई कार्यक्रम में गौर करने वाली बात यह रही कि वृद्धजन और दिव्यांग भी मंत्री जी का घंटो इंतजार करते रहे जो खडे रहने में भी सक्षम नहीं थे।उनकी यह दुर्दशा देखने और उनकी पीड़ा को सुनने समझने वाला वहां कोई नहीं था।घंटो इंतजार करने के बाद मंत्री जी शाम को पहुंचे और उन्होंने वहीं चिर परिचित अपने पुराने अंदाज में फरियादियों से ज्ञापन ले लिए और अपने सहयक को थमा दिए। ऐसे में फरियादी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे थे क्यूंकि पूर्व में भी समस्या को लेकर ज्ञापन दिए थे लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई हैं।
और कितने ज्ञापन देने होंगे....
पिंडवाड़ा तहसील के राजल डाबेला भागली गांव से आए ग्रामीण रामाराम, जगमालाराम समेत अन्य लोगों ने बताया कि राजल डाबेला भागली से ग्राम लौटाणा तक रास्ता दिलवाने के लिए पिछले कई सालों से संघर्ष कर रहे हैं। पिछले लंबे से जनसुनवाई से लेकर विभिन्न स्तरों पर लिखित आवेदन दे रहे हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि राजल डाबेला भागली से ग्राम लौटाना तक का रास्ता वन विभाग के अधीन आता हैं जिससे उक्त रास्ता राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हैं।
उक्त रास्ते को लेकर वन अधिकार नियम के तहत सामूहिक दावा भी पेश कर रखा हैं। सामूहिक दावे पर सिरोही जिला कलेक्टर के पास फ़ाइल लंबित हैं इसे स्वीकृत करवाने कि कृपा करे ताकि ग्रामीण सुलभता से आवागमन कर सके।
अधिकारीयों की गलती का खामियाजाना भुगत रहा दिव्यांग-
जनसुनवाई में 80 प्रतिशत दिव्यांग भूदाराम मेघवाल भी अपनी फ़रियाद लेकर पहुंचा और उसने भी अपनी फ़रियाद मंत्री जी के सामने रखी। इस दौरान दिव्यांग ने बताया कि वो 80 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग हैं और आर्थिक स्थिति भी दयनीय हैं।वर्ष 2023-24 में स्कूटी के लिए मुख्य दस्तावेज तैयार कर उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को आवेदन जमा करवाया था लेकिन उप निदेशक ने मेरे दस्तावेज आगे जमा नही कर स्कूटी से वंचित कर मुझ दिव्यांग के साथ धोखा किया हैं।अब इस वर्ष 2024-25 में मेने आवेदन किया तो मुझे एक साल ओवर एज होने का हवाला दिया जा रहा हैं। कार्यालय की गलती का खामियाजाना मुझ दिव्यांग को भुगतना पड़ रहा हैं।पुरे मामले में दिव्यांग ने परिस्थिति को देखकर स्कूटी दिलवाने की गुहार लगाई।
उधर शिवगंज में मृतक के परिजन करते रहे इंतजार-
शिवगंज शहर में आपसी रंजिश के चलते रविवार शाम को एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या के बाद मृतक के परिजन व दमामी समाज के लोगों ने सोमवार दिनभर अस्पताल के बाहर धरना व विरोध प्रदर्शन कर शव उठाने से इंकार कर दिया। सरकार से पचास लाख रूपये और परिवार मे किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की। घटनास्थल पर दमामी समाज के लोग राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को भी बुलाने की मांग पर अड़े रहे लेकिन राज्यमंत्री नहीं पहुंचे और फोन उठाना भी बंद कर दिया। ऐसे में दमामी समाज के लोगों मे राज्यमंत्री के खिलाफ खासा रोष नजर आया।
इधर राज्यमंत्री दिनभर कांटते रहे फीते..
राज्यमंत्री ओटाराम देवासी सोमवार को दिनभर पिंडवाड़ा तहसील में केर पंचायत भवन के लोकार्पण तो वहीं जनापुर नांदिया मिसिंग लिंक का उद्घाटन कार्यक्रम के तहत फिते कांटने में व्यस्त नजर आए। मंत्री जी को ना तो जन सुनवाई में आए फरियादियों की फ़रियाद की चिंता रही और ना ही अपने विधानसभा क्षेत्र में हुए निर्मम हत्याकांड के पीड़ित परिवार और समाजबंधुओ के प्रति संवेदना नजर आई....
हत्याकांड के बाद परिजन और समाजबंधु लगातार राज्यमंत्री को कॉल करते रहे लेकिन मंत्री जी इतने व्यस्त रहे कि कॉल उठाना भी मुनासिब नही समझा गया।