Highlights
- प्रजना फाउंडेशन ने उदयपुर के ग्रामीण स्कूलों में कार्यशालाएं आयोजित कीं.
- संस्थापक प्रीति शर्मा ने मासिक धर्म स्वच्छता पर महत्वपूर्ण जानकारी दी.
- ‘गुड टच-बैड टच’ सत्र से बच्चों को व्यक्तिगत सुरक्षा सिखाई गई.
- छात्राओं को किशोरी किट्स और सशक्तिकरण सामग्री भेंट की गई.
उदयपुर. 15 सितंबर को प्रजना फाउंडेशन (Pragna Foundation) ने उदयपुर के गिर्वा क्षेत्र में मासिक धर्म स्वच्छता और 'गुड टच-बैड टच' जागरूकता कार्यशालाएँ (Awareness Workshops) आयोजित कीं, जिससे ग्रामीण छात्रों को व्यक्तिगत सुरक्षा सिखाई गई.
प्रीति शर्मा का मासिक धर्म पर संवाद
फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने छात्राओं से संवाद किया. उन्होंने मासिक धर्म से जुड़े अनेक मिथकों को दूर किया. प्रीति शर्मा ने स्वच्छता बनाए रखने के सही तरीके बताए. उन्होंने मासिक धर्म को स्वाभाविक प्रक्रिया बताया.
मासिक धर्म: एक स्वाभाविक प्रक्रिया
श्रीमती शर्मा ने छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने इसे छिपाने या शर्म का कारण न मानने को कहा. छात्राओं को खुले मन से इस प्रक्रिया को स्वीकारना चाहिए. यह जीवन का एक अभिन्न अंग है.
‘गुड टच-बैड टच’ जागरूकता सत्र
स्वयंसेविकाओं आद्या, अग्रिमा और अद्विता शर्मा ने सत्र लिया. यह बच्चों के लिए बेहद उपयोगी और व्यावहारिक साबित हुआ. छात्रों को सतर्क रहने की परिस्थितियों के बारे में सिखाया गया. उन्हें असुरक्षित स्पर्श की पहचान करना बताया गया. किसी भी परेशानी में तुरंत संपर्क करने के तरीके समझाए गए. यह सत्र बच्चों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण था.
फाउंडेशन की टीम की उपस्थिति
मैनेजिंग ट्रस्टी विशिष्टा सिंह भी इस अवसर पर मौजूद थीं. प्रोजेक्ट मैनेजर प्राची खंडेलवाल ने भी मार्गदर्शन किया. इन सदस्यों ने कार्यशाला की गतिविधियों का संचालन किया. उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को मजबूती दी.
किशोरी क्लब: निरंतर जागरूकता का मंच
दोनों विद्यालयों में किशोरी क्लब का सफलतापूर्वक गठन हुआ. इसका उद्देश्य मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता फैलाना है. यह क्लब महिला स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर काम करेगा. छात्राओं को सशक्त बनाने में मदद करेगा.
किशोरी किट्स और सशक्तिकरण सामग्री
सभी छात्राओं को किशोरी किट्स भेंट की गईं. इनमें सशक्तिकरण से जुड़ी महत्वपूर्ण सामग्री थी. यह सामग्री उन्हें आत्मविश्वास से सीखने में मदद करेगी. दैनिक जीवन में अपनाई गई बातों को लागू कर सकेंगी.
विद्यालयों का अभूतपूर्व सहयोग
प्रधानाचार्य भेरूलाल जी ने इस पहल में विशेष सहयोग दिया. उन्होंने प्रजना फाउंडेशन का हार्दिक आभार व्यक्त किया. विद्यालय स्टाफ ने ऐसी कार्यशालाओं की कमी बताई. यह स्कूल शहर से काफी दूरी पर स्थित हैं.
छात्रों का उत्साह और सक्रिय भागीदारी
छात्र-छात्राएँ कार्यशाला को लेकर बहुत उत्साहित थे. उनकी जिज्ञासा ने सत्र को सफल बनाया. उनकी सक्रिय भागीदारी ने सत्र को रोचक बनाया. यह एक संवादात्मक और प्रभावी अनुभव था.
प्रजना फाउंडेशन की व्यापक प्रतिबद्धता
यह कदम ग्रामीण बच्चों को जागरूक करने की दिशा में है. यह फाउंडेशन की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्यरत है. वे समाज के लिए निरंतर कार्य करते हैं.