Highlights
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जवाई बांध का जलस्तर 57 फीट पार – बांध की क्षमता 61.25 फीट है, जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और पानी की आवक जारी है।
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किसानों की मांग – भारतीय किसान संघ ने बांध से 50 फीट तक पानी जवाई नदी में छोड़ने की मांग की है, ताकि जालोर को उसका हक मिल सके और बाढ़ का खतरा न रहे।
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प्रदर्शन और चेतावनी – किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा, चेतावनी दी कि 3 दिन में पानी नहीं छोड़ा गया तो सोमवार को बड़ा आंदोलन होगा।
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शिवसेना का समर्थन – शिवसेना ने भी संघर्ष समिति बनाई और जिलेभर में रथ यात्रा व आंदोलन से किसानों का समर्थन करने का ऐलान किया।
जालोर। पश्चिमी राजस्थान में अच्छी बारिश के चलते जवाई बांध का जलस्तर मंगलवार सुबह 57 फीट के पार पहुंच गया। इस पर भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने बांध से 50 फीट के जलस्तर तक पानी जवाई नदी में छोड़े जाने की मांग की। इसी मांग को लेकर किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम जिला परिषद सीओ को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन में पानी नहीं छोड़ा गया तो सोमवार को शहर में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।
भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष रतनसिंह ने बताया कि जवाई नदी और जवाई बांध पर क्षेत्र की जीवनरेखा निर्भर है। इस बार भारी बारिश के बावजूद प्रशासन बांध के गेट खोलने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि बांध की कुल क्षमता 61.25 फीट है और वर्तमान में जलस्तर 57 फीट से ऊपर पहुंच चुका है। पानी की आवक लगातार बनी हुई है। यदि समय रहते गेट नहीं खोले गए तो अचानक पानी छोड़ने पर जालोर जिले में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
मल्केश्वर मठ में बैठक, फिर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
भारतीय किसान संघ ने मंगलवार को मल्केश्वर मठ में बैठक की, जिसमें आगे की रणनीति बनाई गई। इसके बाद बड़ी संख्या में किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। अंत में सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
किसान नेता खीमसिंह ने कहा कि यदि अगले दो से तीन दिन में गेट नहीं खोले गए तो किसान मजबूर होकर सोमवार को कलेक्ट्रेट के सामने रैली और धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने जवाई बांध के 50 फीट तक पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग उठाई। साथ ही पोसालिया नदी पर लगाए गए गेट और जोयला डायवर्जन के फाटक को बंद करने की भी मांग की।
किसानों की बड़ी मौजूदगी
प्रदर्शन में भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री जगाराम, जेताराम माली, विक्रमसिंह, जोगाराम माण्डवला, हमीरसिंह माण्डवला, डूगाराम ऐलाणा, जेतूसिंह देसू, पदमाराम तीखी, जुजाराम, हनुमानाराम रतनपुरा, मंगलाराम, हसाराम, भगाराम, मोहनलाल घाची, वगतावरसिंह, राजाराम, हजाराम गोल, जालमसिंह, मिठालाल, तलकाराम, वागाराम चौधरी, नाथूराम, अमराराम, भवरलाल व अम्बाराम सहित जिलेभर से बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
शिवसेना भी आई समर्थन में
इस बीच, शिवसेना ने भी जवाई बांध पर जालोर का हक तय करने की मांग को लेकर संघर्ष का ऐलान किया है। जिला प्रमुख रूपराज ने मंगलवार को एक टीम का गठन किया और कहा कि जब तक जालोर को उसका हक नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। शिवसेना आगामी दिनों में आहोर के पोसालिया से लेकर सांचौर, बागोड़ा और सायला तक रथ यात्रा निकालकर किसानों के आंदोलन को समर्थन देगी। साथ ही विधायक को ज्ञापन देकर जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग की जाएगी।