मेयर-मंत्री आमने-सामने: मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खोला मोर्चा तो मुनेश गुर्जर ने चुनाव टिकट के लिए ठोकी ताल

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खोला मोर्चा तो मुनेश गुर्जर ने चुनाव टिकट के लिए ठोकी ताल
Pratap Singh Khachariyawas - Munesh Gurjar
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Highlights

पार्षदों के विरोध के बावजूद मेयर मुनेश गुर्जर (Munesh Gurjar) ने मंत्री  प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने जयपुर के सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने का दावा करते हुए टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। 

जयपुर |  नगर निगम जयपुर हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर के घर 40 लाख रुपए नकद मिलने के बाद से उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। 

सरकार द्वारा निलंबित किए जाने के बाद कोर्ट से राहत मिले ही उन्होंने भले ही फिर से मेयर का पद भार संभाल लिया हो, लेकिन अब उनके खिलार्फ पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है। 

मेयर ने भी दिखाया दम, विधानसभा चुनाव टिकट के लिए ठोकी दावेदारी

हालांकि, पार्षदों के विरोध के बावजूद मेयर मुनेश गुर्जर (Munesh Gurjar) ने मंत्री  प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

उन्होंने जयपुर के सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने का दावा करते हुए टिकट के लिए आवेदन कर दिया है। 

मुनेश ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी को अपना आवेदन पत्र सौंपा है। 

मुकेश के लिखाफ 37 पार्षदों ने आवाज बुलंद कर दी है। उनकी मांग है कि मुनेश गुर्जर को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा

निलंबित मेयर कांग्रेस पर कलंक 

इसके लिए इन पार्षदों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र में लिखा है जिसमें मांग कि गई है कि - यह निलंबित मेयर कांग्रेस पर कलंक है। 

इसके द्वारा कांग्रेस का नाम लेना भी पाप के समान है। इसे गिरफ्तार किया जाए।

पार्षदों का ऐसा आक्रोश देख तो अब नगर निगम में कांग्रेस के बोर्ड पर भी खतरा मंडराने लगा है।

दरअसल, शनिवार को जयपुर में खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर विधायक अमीन कागजी और रफीक खान की मौजूदगी में 37 पार्षदों की बैठक हुई थी। 

इसमें सभी पार्षदों ने मुनेश गुर्जर को निलंबित करने की मांग करते उनकी गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।

क्या कहा गया ज्ञापन में ?

मुख्यमंत्री गहलोत के नाम लिखे गए ज्ञापन में कहा गया कि- भ्रष्टाचार की मूर्ति मुनेश गुर्जर के भ्रष्ट कार्यकलापों, जनता के साथ गलत व्यवहार, जयपुर में व्याप्त अव्यवस्था, पार्षदों और अधिकारियों के साथ गलत व्यवहार से पिछले ढाई साल से परेशान हैं। 

इनको बिना चुनाव के नेताओं के आदेश पर मेयर बना दिया। इन्होंनेे मेयर बनते ही जीना हराम कर दिया। 

झूठ बोला कि यह ग्रेजुएट है। इसके पास कोई डिग्री नहीं है। इसने भ्रष्टाचार की डिग्री प्राप्त कर ली है। पूरे जयपुर और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को इसने और इसके पति सुशील गुर्जर ने वोटों का भारी नुकसान पहुंचाया है।

इन पार्षदों ने खोला मोर्चा

सुमित्रा देवी, अरविंद मेठी, कमलेश कंवर, आरिफ खान, दशरथ सिंह, उत्तम शर्मा, फारूक, अकबर पठान, मोहम्मद शफीक, मोहम्मद अयूब, सोहेल मंसूरी, मनोज मुद्गल, पुष्पेंद्र मीणा, नरेश कुमार नागर, नसीम बानो, मोहम्मद जकरिया, मोहम्मद फरीद कुरैशी, मोहम्मद शोएब, रेशमा बेगम कुरेशी, सुशीला देवी, मोहम्मद अहसान कुरेशी, अजहरुद्दीन, उमेश शर्मा, संतोष, ज्योति चौहान, रश्मि गुजराती, नीरज अग्रवाल, पारस जैन, विजेंद्र तिवारी, फिरोज खान, हरमेंद्र खोवाल, सुनीता शेखावत, नसरीन बानो, सावित्री, सुनीता मावर, राबिया बहन गुडेज और असमा। 

गौरतलब है कि एसीबी की टीम ने 4 अगस्त को जयपुर हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारा था। जिसमें एसीबी मेयर मुनेश के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया था। 

उनके पति सुशील पर पट्‌टे देनेे की एवज में 2 लाख रुपए की घूस मांगने का आरोप था। छापामारी में मेयर के घर से 40 लाख रुपए नकद मिले थे। इसके अलावा एक दलाल के घर 8 लाख नकद रुपए बरामद हुए थे।

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