Highlights
- कंडक्टर प्रदीप लखावत को यात्रियों से बदसलूकी के आरोप में निलंबित किया गया।
- फ्लाइंग टीम की जांच में 20 यात्रियों के पास टिकट नहीं पाए गए।
- कंडक्टर पर अभद्र भाषा और धक्का-मुक्की का आरोप।
- रोडवेज प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे रूट से हटाया।
अजमेर: अजमेर-किशनगढ़ (Ajmer-Kishangarh) रोडवेज बस (Roadways bus) में शनिवार (Saturday) को यात्रियों से बदसलूकी और टिकट में लापरवाही के आरोप में कंडक्टर प्रदीप लखावत (Pradeep Lakhawat) को निलंबित कर दिया गया है। फ्लाइंग टीम (Flying Team) की जांच में दोषी पाए जाने के बाद रोडवेज प्रशासन (Roadways Administration) ने यह सख्त कार्रवाई की।
यह घटना शनिवार, 24 नवंबर को अजमेर-किशनगढ़ रूट पर संचालित हो रही रोडवेज बस में हुई। यात्रियों ने कंडक्टर प्रदीप लखावत पर टिकट देने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। जब यात्रियों ने इस संबंध में सवाल किया, तो कंडक्टर ने उनके साथ बहस करना शुरू कर दिया।
विवाद के दौरान कंडक्टर प्रदीप लखावत को यात्रियों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते और धक्का-मुक्की करते देखा गया। इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।
फ्लाइंग टीम की जांच में कंडक्टर दोषी
मामले की गंभीरता को देखते हुए रोडवेज की फ्लाइंग टीम तुरंत मौके पर पहुंची। टीम ने बस में मौजूद यात्रियों से पूछताछ की और जांच के दौरान पाया कि लगभग 20 यात्रियों के पास टिकट नहीं थे, जबकि उन्होंने कंडक्टर को किराया चुका दिया था।
यात्रियों ने टीम को बताया कि कंडक्टर ने उनसे पैसे तो लिए थे, लेकिन उन्हें टिकट जारी नहीं किए। जांच में यह भी सामने आया कि कंडक्टर यात्रियों के साथ लगातार अभद्र व्यवहार कर रहा था और उसने विवाद को शांत करने की बजाय स्थिति को और बिगाड़ दिया। जांच दल ने मौके पर ही कंडक्टर के अनुचित व्यवहार और कर्तव्य में लापरवाही की पुष्टि की।
रोडवेज प्रशासन की सख्त कार्रवाई
फ्लाइंग टीम की विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलने के बाद रोडवेज प्रशासन ने बिना किसी देरी के कड़ी कार्रवाई की। कंडक्टर प्रदीप लखावत को तत्काल प्रभाव से बस के संचालन से प्रतिबंधित करते हुए रूट से हटा दिया गया है।
अधिकारियों ने इस पूरे मामले को रोडवेज मुख्यालय भेज दिया है। मुख्यालय स्तर पर प्रदीप लखावत के खिलाफ आगे की अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें स्थायी निलंबन या बर्खास्तगी जैसे कदम भी शामिल हो सकते हैं।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
रोडवेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में किसी भी कर्मचारी द्वारा बदसलूकी, कर्तव्य में लापरवाही या टिकट प्रणाली में गड़बड़ी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस घटना के बाद रोडवेज ने अपने कंडक्टरों की कार्यशैली पर निगरानी बढ़ाने का भी संकेत दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रशासन ने यात्रियों को आश्वस्त किया है कि उनकी शिकायतों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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