Highlights
- फलोदी पुलिस ने दो शातिर ठगों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया।
- आरोपी ओमप्रकाश और सुभाषचंद पर 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है।
- इनके खिलाफ राजस्थान सहित 5 राज्यों में 150 से अधिक मामले दर्ज हैं।
- पुलिस ने आमजन से निवेश संबंधी धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की।
जोधपुर: फलोदी (Phalodi) जिले की मतोड़ा थाना पुलिस (Matoda Police Station) ने निवेश के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले ओमप्रकाश (Omprakash) और सुभाषचंद (Subhashchand) को गिरफ्तार किया है। इन पर 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है, और इनके खिलाफ 5 राज्यों में 150 से अधिक मामले दर्ज हैं।
फलोदी जिले की मतोड़ा थाना पुलिस ने इन दोनों शातिर आरोपियों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लोगों को अमीर बनाने का लालच देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी करते थे।
मतोड़ा थाना अधिकारी अमानाराम के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई करते हुए आरोपी ओमप्रकाश उर्फ ओपेन्द्र और सुभाषचंद, दोनों निवासी पनलावा, थाना बलारा, जिला सीकर को पकड़ा। इन पर 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज था।
क्या था पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, 7 फरवरी 2024 को मतोड़ा थाना क्षेत्र के निवासी अशोक ने एक शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि आरोपी मेगसिंह, सुभाष और रणवीर ने उसे नेक्सा एवरग्रीन कंपनी में निवेश करने का लालच दिया था।
आरोपियों ने अशोक को बताया कि कंपनी धोलेरा (गुजरात) में एक बड़ा प्रोजेक्ट कर रही है, जिसमें निवेश करने पर मोटा मुनाफा मिलेगा। शिकायतकर्ता ने उनके झांसे में आकर 23 लाख रुपये का निवेश कर दिया।
हालांकि, बाद में न तो उसे निवेश किए गए पैसे लौटाए गए और न ही कोई फायदा दिया गया। इस शिकायत पर पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी।
150 से अधिक मामले और 80 गिरफ्तारियां
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ओमप्रकाश और सुभाष बेहद शातिर ठग हैं। वे नेक्सा एवरग्रीन नामक कंपनी के जरिए राजस्थान सहित देशभर में लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं।
इन आरोपियों के खिलाफ राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों में करीब 150 मामले दर्ज हैं। अब तक वे लगभग 80 मामलों में गिरफ्तार हो चुके हैं।
पुलिस दोनों आरोपियों से रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ कर रही है ताकि उनके पूरे नेटवर्क और ठगी के अन्य मामलों का खुलासा हो सके।
ठगी का तरीका: ऐसे बनाते थे शिकार
आरोपी पहले लोगों को कंपनी में ऊंचा मुनाफा दिलाने का झांसा देते थे। वे विश्वास जीतने के बाद लोगों से मोटी रकम निवेश करवा लेते थे।
एक बार पैसे मिल जाने के बाद, वे लोगों से संपर्क तोड़कर फरार हो जाते थे। ये आरोपी कई शहरों में इस तरह की ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस की आमजन से अपील: निवेश में बरतें सावधानी
फलोदी पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवरिया ने आमजन से निवेश से जुड़ी धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्कीम में जल्दी अमीर बनने के झांसे में न आएं।
निवेश करने से पहले कंपनी की SEBI, RBI या IRDAI में पंजीकरण की जांच अवश्य करें। अंजान व्यक्ति या ऐप के जरिए कभी भी पैसे ट्रांसफर न करें।
अपनी KYC, OTP या बैंक डिटेल किसी के साथ साझा न करें। किसी भी संदिग्ध स्कीम, कॉल या मैसेज की सूचना तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112, साइबर हेल्पलाइन 1930, या www.cybercrime.gov.in पर दें।
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