Highlights
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आशापुरा माता मंदिर में नवनिर्मित सिंह द्वार का लोकार्पण किया.
नवरात्रि शक्ति, भक्ति और साधना का पर्व है, जो हमें संयम और सेवा की प्रेरणा देता है.
आशापुरा माता मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है.
कोटा के विकास में महाराव उम्मेद सिंह और भीम सिंह का ऐतिहासिक योगदान रहा है.
कोटा. 22 सितंबर को नवरात्रि के प्रथम दिन, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) और महाराव इज्यराज सिंह (Maharao Ijyaraj Singh) ने कोटा स्थित श्री आशापुरा माता मंदिर (Shri Ashapura Mata Temple) में नवनिर्मित सिंह द्वार (newly built Singh Dwar) का लोकार्पण किया. यह आयोजन आस्था और विकास का प्रतीक बना.
नवरात्रि: शक्ति, भक्ति और साधना का पर्व
ओम बिरला ने कहा नवरात्रि शक्ति, भक्ति और साधना का पर्व है, जो हमें संयम और सेवा की प्रेरणा देता है. नौ दिनों तक माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा हमें सत्य के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाती है.
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर
बिरला ने बताया कि आशापुरा माता मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि सदियों से हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. यह मंदिर हाड़ौती की भूमि पर त्याग और बलिदान की गाथाओं से प्रेरणा देता रहा है.
कोटा के दूरदर्शी शासकों का स्मरण
लोकसभा अध्यक्ष ने महाराव उम्मेद सिंह जी और महाराव भीम सिंह जी के योगदान को याद किया. उनके ऐतिहासिक प्रयासों से ही कोटा का आधुनिक स्वरूप बना, जिसमें शिक्षा और स्वास्थ्य को नई दिशा मिली.
दशहरा और कोटा की पहचान
बिरला ने कहा कि कोटा का दशहरा आज भी देश-दुनिया में अपनी एक अलग पहचान रखता है. शहर की सांस्कृतिक धरोहर के साथ चंबल नदी जैसी प्राकृतिक संपदा इसकी समृद्धि का आधार है.
विकास के नए आयाम
बिरला ने बताया कि जिस शहर की विरासत मजबूत होती है, उसका भविष्य भी उज्ज्वल होता है. आने वाले वर्षों में कोटा रेलवे स्टेशन का विस्तार और नया एयरपोर्ट क्षेत्र के विकास को गति देगा.
सिंह द्वार: साहस और विश्वास का प्रतीक
उन्होंने कहा कि आशापुरा माता मंदिर का सिंह द्वार शक्ति और साहस का प्रतीक है. यह हमें विश्वास दिलाता है कि धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने वाले को कठिनाई से डरने की आवश्यकता नहीं.
क्षेत्र की गहरी आस्था से जुड़ा मंदिर
महाराव इज्यराज सिंह ने सिंह द्वार के लोकार्पण को अत्यंत हर्ष का विषय बताया. उन्होंने कहा कि यह मंदिर केवल ऐतिहासिक धरोहर नहीं, बल्कि क्षेत्र की गहरी आस्था से जुड़ा है.
बिरला के प्रयासों से विकास
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि आशापुरा माता मंदिर का विकास ओम बिरला के निरंतर प्रयासों का परिणाम है. उनका सदैव यह प्रयास रहता है कि कोटा की सांस्कृतिक धरोहर संरक्षित और समृद्ध बनी रहे.
नारी शक्ति के सम्मान का पर्व
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि नवरात्रि नारी शक्ति के सम्मान का पर्व है, जो हमें हर घर में देवी की उपस्थिति याद दिलाता है. यदि हम नारी शक्ति का सम्मान करेंगे तो माँ दुर्गा का आशीर्वाद हमें अवश्य मिलेगा.
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्यजन
कार्यक्रम में पूर्व उपमहापौर योगेंद्र सिंह खींची ने मंदिर विकास कार्यों का उल्लेख किया. इस अवसर पर कई श्रद्धालु और गणमान्यजन उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पावन आयोजन को सफल बनाया.