Highlights
- अंता उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को बेनीवाल ने 'बेईमानी' बताया।
- सांसद बेनीवाल ने प्रमोद जैन भाया पर एक वोट के 40 हजार रुपये बांटने का आरोप लगाया।
- मुख्य सचिव सुधांश पंत मुख्यमंत्री से दुखी होकर दिल्ली गए: हनुमान बेनीवाल।
- बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस को जिताने में लगी थी और 2028 में तीसरा मोर्चा चुनाव लड़ेगा।
अजमेर: सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने अंता उपचुनाव (Anta by-election) में कांग्रेस (Congress) की जीत को 'बेईमानी' बताया। उन्होंने प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) पर एक वोट के 40 हजार तक बांटने का आरोप लगाया। बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी (BJP) खुद कांग्रेस को जिताने में लगी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री (CM) से परेशान होकर मुख्य सचिव सुधांश पंत (Sudhansh Pant) के दिल्ली (Delhi) जाने का भी जिक्र किया।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने अंता उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को बेईमानी की जीत करार दिया। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया ने एक-एक वोट के लिए 10 हजार से लेकर 40 हजार रुपये तक बांटे थे। बेनीवाल के अनुसार, भाया करीब चार महीने से इस चुनाव की तैयारी कर रहे थे और कांग्रेस ने पैसों के दम पर 15 से 20 हजार वोट हासिल किए हैं।
अंता में बीजेपी पर कांग्रेस को जिताने का आरोप
बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाया को बचाने वाले खुद बीजेपी के लोग हैं। बीजेपी दो गुटों में बंटी हुई थी, जिसका फायदा कांग्रेस को मिला। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास सबसे बड़ी कमी पैसों की थी, जिसके कारण वे कांग्रेस के धनबल का मुकाबला नहीं कर सके।
मुख्य सचिव का दिल्ली जाना: अंदरूनी बगावत का संकेत
मुख्य सचिव सुधांश पंत के कार्यकाल पूरा होने से पहले दिल्ली जाने के सवाल पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी मुख्यमंत्री से दुखी होकर तबादला लेकर दिल्ली चले गए। उन्होंने इसे 'अंदर खाने में बगावत' का संकेत बताया। बेनीवाल ने चेतावनी दी कि अगर दिल्ली वालों ने इसे नियंत्रित नहीं किया, तो राजस्थान में भी मानेसर जैसी घटना देखने को मिल सकती है, जहां सरकार के भीतर ही बगावत हुई थी।
तीसरे मोर्चे की तैयारी और 2028 के चुनाव
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि लोग राजस्थान में तीसरे मोर्चे को लाना चाहते हैं। उन्होंने हाड़ौती को भाजपा का गढ़ बताते हुए कहा कि वहां तीसरे मोर्चे के उम्मीदवार नरेश मीणा को करीब 55 हजार वोट मिले, और भाजपा प्रत्याशी व नरेश मीणा के बीच सिर्फ 100 वोटों का अंतर रहा। बेनीवाल ने दावा किया कि हाड़ौती से नई शुरुआत होगी और 2028 का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि नौजवानों ने यह ठान लिया है।
भजनलाल सरकार पर निशाना और कांग्रेस-बीजेपी गठबंधन
बेनीवाल ने कहा कि देश में कांग्रेस खत्म हो रही है, लेकिन राजस्थान में भजनलाल सरकार के खिलाफ माहौल है। उन्होंने भविष्यवाणी की कि अगर आज चुनाव हों, तो बीजेपी को विधानसभा में 10 सीटें भी नहीं मिलेंगी। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि हाड़ौती में कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच गठबंधन है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के बीच 'दोस्ती' का भी जिक्र किया, और कहा कि जब गहलोत की सरकार गिर रही थी, तब वसुंधरा ने उन्हें 8 विधायक दिए थे। बेनीवाल के अनुसार, इन दोनों ने मिलकर राजस्थान को खूब लूटा है।
बिहार में भाजपा की 'बैसाखी' पर जीत
बिहार में एनडीए की जीत पर बेनीवाल ने कहा कि वहां कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार नहीं होते तो भाजपा भी सत्ता में नहीं आ पाती। बेनीवाल ने दावा किया कि भाजपा बैसाखी के सहारे चल रही है। उन्होंने राजस्थान में तीसरी ताकत के रूप में तकदीर बदलने का संकल्प लिया और कहा कि पंचायत चुनावों में तीसरा मोर्चा कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ ट्रेलर दिखाएगा, और 2028 में पूरी पिक्चर सामने आ जाएगी।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का अंता हार पर बयान
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा भी विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के घर पर मौजूद थे। उन्होंने अंता में हुई हार पर कहा कि इसका बैठकर विश्लेषण करना पड़ेगा। उन्होंने हार-जीत को धूप-छांव और सुख-दुख का जोड़ा बताया। मीणा ने कहा कि कुछ समय पहले हुए चुनावों में बीजेपी ने 7 में से 5 सीटें जीती थीं, और यह जनता का फैसला है, जिसे स्वीकार किया जाता है। मुख्य सचिव के तबादले को उन्होंने एक 'रूटीन प्रक्रिया' बताया, जिसमें किसी का आना और जाना लगा रहता है।
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