Highlights
- सीएम भजनलाल शर्मा को विकास पुरुष और भागीरथ बताया गया।
- आहोर में 165 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास।
- 50 पुलों के निर्माण और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार की सराहना।
- जवाई पुनर्भरण में जालोर के हक के निर्धारण की मांग।
आहोर:
छगन सिंह राजपुरोहित (Chhagan Singh Rajpurohit) ने आहोर (Ahor) में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) का भव्य स्वागत किया। उन्होंने सीएम को राजस्थान (Rajasthan) के विकास पुरुष और भागीरथ बताया, जिन्होंने पेयजल और सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया।
राजपुरोहित ने कहा कि मां चामुंडा की इस पावन धरा पर राजस्थान के यशस्वी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आगमन हम सबके लिए एक विशेष दिन है। उन्होंने मुख्यमंत्री को राजस्थान में पेयजल और सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने वाले 'भागीरथ' की उपमा दी।
उन्होंने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत और अभिनंदन करने का आह्वान किया। यह शिविर ग्रामीण-शहरी समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर सम्मानित प्रभारी मंत्री आदरणीय के.के. बिश्नोई, मुख्य सचेतक आदरणीय जोगेश्वर जी गर्ग और जिला अध्यक्ष जसराज जी राजपुरोहित भी उपस्थित थे।
विधायक महोदय जीराम जी, नारायण सिंह जी देवल, पूराराम जी चौधरी, शंकर सिंह जी, श्रवण सिंह जी और महेंद्र जी मेघवाल जैसे कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मंच पर मौजूद थे।
प्रदेश उपाध्यक्ष आदरणीय बिहारी लाल जी विश्नोई, भूपेंद्र जी देवासी और जगदीश जी देवासी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। छगन सिंह राजपुरोहित ने जनता जनार्दन, पिता तुल्य बुजुर्गों, माताओं और युवा साथियों का भी आभार व्यक्त किया।
उन्होंने विशाल संख्या में पधारने के लिए सभी का धन्यवाद किया और कहा कि जनता का आशीर्वाद उन्हें हर पग पर मिलता है।
आहोर और जालोर के लिए ऐतिहासिक दिन
राजपुरोहित ने इस दिन को आहोर विधानसभा और पूरे जालोर जिले के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी आज कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास करने वाले हैं।
विशेषकर आहोर विधानसभा में मुख्यमंत्री के आगमन से क्षेत्र में विकास की नई धारा बहेगी। आज आहोर विधानसभा में करीब 165 करोड़ रुपये की सड़कों का शिलान्यास किया जाएगा।
इन सड़कों के बारे में विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी, लेकिन फिलहाल उन कार्यों पर चर्चा की जा रही है जो पहले से ही प्रगति पर हैं।
विकास के भागीरथ: पुलों का निर्माण
छगन सिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विकास कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जब भी वे मुख्यमंत्री से मिलते हैं, तो मुख्यमंत्री पहले तो मुस्कुराकर मना करते हैं, लेकिन बाद में हर काम को मंजूरी दे देते हैं।
उन्होंने पचावड़ना पुल, कवरा पुल, भूजी पुल, भवरानी पुल और रायतल पुल जैसे ऐतिहासिक पुलों का जिक्र किया। भैंसवाड़ा के दोनों पुल भी बन रहे हैं, जिससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री ने 50 छोटे-मोटे पुलों की स्वीकृति दी है, जिससे आहोर की जनता को बड़ी राहत मिली है। पहले बारिश के समय पूरी विधानसभा बंद हो जाती थी।
हॉस्पिटल जाने में भी बड़ी परेशानी आती थी, खासकर डिलीवरी के समय कई गंभीर घटनाएं होती थीं। इन पुलों के निर्माण से ऐसी समस्याओं का समाधान हो गया है।
राजपुरोहित ने इन शुभ कार्यों के लिए मुख्यमंत्री का तहे दिल से धन्यवाद किया।
चिकित्सा क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार
चिकित्सा क्षेत्र में हुए बदलावों पर प्रकाश डालते हुए राजपुरोहित ने बताया कि पहले आहोर में मात्र एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हुआ करता था।
आज वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपजिला अस्पताल में बदल गया है। आने वाले समय में यह एक बड़ी बिल्डिंग बनकर जालोर जैसी सुविधाएं आहोर में भी प्रदान करेगा।
भाद्राजुल, भूती और पादली जैसे स्थानों पर जहां पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थे, वहां अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत किए गए हैं। यह आहोर की जनता के लिए एक नई सौगात है।
इसके अलावा, कई नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपस्वास्थ्य केंद्र भी खोले गए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच रही हैं।
बुनियादी ढांचे का विकास: बिजली और कार्यालय
भाद्राजुल की जनता को बिजली बिल और ट्रांसफार्मर की समस्या को लेकर पहले दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थीं। इस समस्या के समाधान के लिए सहायक अभियंता कार्यालय की आवश्यकता थी।
मुख्यमंत्री ने तुरंत प्रभाव से सहायक अभियंता कार्यालय खोलने की स्वीकृति दी, जिसका भवन भी बन रहा है।
कवला में आवश्यक जीएसएस (ग्रिड सब-स्टेशन) की भी स्वीकृति मिल गई है, जिससे बिजली आपूर्ति में सुधार होगा।
राजपुरोहित ने बताया कि पिछले बजट में मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस बार ज्यादा मांगना नहीं, सिर्फ दो-तीन काम ही मांगना।
लेकिन धीरे-धीरे मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं कीं, जिससे विकास कार्यों की एक लंबी सूची बन गई है।
शिक्षा और परिवहन में प्रगति
शिक्षा और परिवहन के क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। आहोर बस स्टैंड के लिए स्वीकृति आ गई है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा।
कन्या महाविद्यालय की भी स्वीकृति मिल गई है और उसमें प्रवेश भी शुरू हो गए हैं, जिससे छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
जो कॉलेज स्नातक स्तर की थी, उन्हें क्रमोन्नत करके स्नातकोत्तर स्तर का कर दिया गया है, जिससे स्थानीय युवाओं को उच्च शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे।
राजपुरोहित ने कहा कि अगर वे इन सभी कार्यों को गिनाने बैठें तो समय कम पड़ जाएगा। वे इसे अपना और जनता का सौभाग्य मानते हैं कि मुख्यमंत्री यहां पधारे हैं।
जवाई पुनर्भरण: जालोर के हक की मांग
छगन सिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री से जवाई पुनर्भरण परियोजना में जालोर के हक को निर्धारित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पहले भी यह मांग उठाई गई थी और मुख्यमंत्री ने इसे पूरा भी किया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे आज आहोर और जालोर की जनता के सामने इस बात की घोषणा करें। यह जालोर के लिए एक बहुत बड़ा काम होगा।
जवाई पुनर्भरण की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तो तैयार हो गई है, लेकिन मुख्यमंत्री के मुख से इसकी घोषणा जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
यह सबकी मंशा है कि जालोर को जवाई पुनर्भरण में उसका उचित हक मिले।
भविष्य की विकास योजनाएं और आभार
राजपुरोहित ने सड़कों की कमी और अतिवृष्टि से खराब हुई सड़कों के बारे में भी बात की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले बजट घोषणा में मुख्यमंत्री पूरे राजस्थान का विकास करेंगे।
उन्होंने मंच से कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि राजस्थान के साथ-साथ आहोर की एक भी सड़क खराब नहीं रहेगी।
अंत में, छगन सिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का खूब-खूब साधुवाद किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यहां पधारकर जनता को आशीर्वाद देना उनके लिए पहली बार ऐसी सभा का आयोजन है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आगमन से क्षेत्र की जनता में उत्साह का संचार हुआ है।
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