Highlights
- विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चरण-II, 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू हुआ।
- लगभग 51 करोड़ मतदाताओं को कवर किया जाएगा।
- मतदाता सूची में नाम जांचने और प्रपत्र भरने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण।
- सहायता के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन 1950 उपलब्ध।
नई दिल्ली | भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों (Union Territories) में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) चरण-II शुरू किया है। इस चरण में लगभग 51 करोड़ मतदाता शामिल होंगे।
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) चरण-II का शुभारंभ
भारत निर्वाचन आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 21 के तहत प्राप्त अपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करते हुए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
27 अक्टूबर, 2025 के आदेश के माध्यम से, आयोग ने 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का आदेश जारी किया है।
यह पहल मतदाता सूचियों को अद्यतन और त्रुटिहीन बनाने के लिए एक व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
बिहार में एसआईआर के पहले चरण की सफल समाप्ति के बाद, अब यह दूसरा चरण शुरू किया गया है।
इस चरण में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे 9 राज्य शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप और पुडुचेरी जैसे 3 केंद्र शासित प्रदेश भी इस पुनरीक्षण अभियान का हिस्सा हैं।
यह अभियान कुल 321 जिलों और 1,843 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 51 करोड़ मतदाताओं को कवर करेगा।
मतगणना प्रपत्रों का वितरण और अभियान की अवधि
इन 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर के लिए गणना अवधि आज से औपचारिक रूप से शुरू हो गई है।
यह गहन अभियान 4 दिसंबर, 2025 तक पूरे एक महीने की अवधि के लिए जारी रहेगा, जिससे सभी पात्र मतदाताओं को पर्याप्त समय मिलेगा।
27 अक्टूबर, 2025 तक की मतदाता सूची में शामिल प्रत्येक मतदाता को एक अद्वितीय गणना प्रपत्र (ईएफ) उपलब्ध कराया जाएगा।
ये प्रपत्र आंशिक रूप से पहले से भरे होंगे, जिससे मतदाताओं के लिए जानकारी भरना आसान हो जाएगा।
सभी 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में गणना प्रपत्रों (ईएफ) का वितरण पहले ही शुरू हो चुका है, और 100% प्रपत्रों की छपाई पूरी हो चुकी है।
अभियान में शामिल विशाल कार्यबल
इस विशाल अभियान को सुचारू, व्यवस्थित और मतदाता-अनुकूल तरीके से संचालित करने के लिए एक बड़ा कार्यबल जुटाया गया है।
5.3 लाख से अधिक बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) इस प्रक्रिया की रीढ़ हैं, जो जमीनी स्तर पर काम करेंगे।
7.64 लाख बूथ स्तर के एजेंट (बीएलए) भी बीएलओ का सहयोग करेंगे, जिससे अभियान की पहुंच बढ़ेगी।
इसके अतिरिक्त, 10,448 निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ)/सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (एईआरओ) और 321 जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) भी इस प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।
गणना चरण के दौरान, बीएलओ गणना प्रपत्रों के वितरण और संग्रह के लिए कम से कम तीन बार घर-घर जाकर संपर्क करेंगे।
मतदाताओं के लिए उपलब्ध सुविधाएँ और सहायता
मतदाता अपने नाम और अपने संबंधित रिश्तेदारों के नाम पिछले एसआईआर मतदाता सूची में ऑनलाइन जांच सकते हैं।
यह सुविधा https://voters.eci.gov.in/ पर उपलब्ध है, जिससे वे गणना प्रपत्र में सही विवरण प्रदान कर सकें।
किसी भी प्रकार की सहायता के लिए, मतदाता ईसीआईनेट ऐप पर उपलब्ध "बुक-ए-कॉल विद बीएलओ" सुविधा का उपयोग करके सीधे अपने बीएलओ से जुड़ सकते हैं।
इसके अलावा, टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1950 पर अपने एसटीडी कोड के साथ डायल करके भी सहायता प्राप्त की जा सकती है।
यह विशेष पुनरीक्षण अभियान देश में एक सटीक, अद्यतन और समावेशी मतदाता सूची सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत निर्वाचन आयोग सभी पात्र नागरिकों से इस महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह करता है।
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