पार्टी की बढ़ी मुसीबत: कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के बगावती तेवर, बिना टिकट मिले ही भर दिया नामांकन

कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के बगावती तेवर, बिना टिकट मिले ही भर दिया नामांकन
Girraj Singh Malinga
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धौलपुर के बाड़ी से कांग्रेस विधायक मलिंगा का कांग्रेस की पांचवी सूची में भी नाम नहीं आया है। इससे वे बेहद नाराज दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी ठान रखी है...

जयपुर | राजस्थान में दोनों ही बड़ी पार्टियों भाजपा और कांग्रेस में टिकट कटने से नाराज नेताओं के बगावती तेवर जारी है। 

इसी बीच कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद भी बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Singh Malinga) ने आज शुक्रवार को कांग्रेस से नामांकन दाखिल कर दिया है। 

हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक मलिंगा को बाड़ी से टिकट नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने फिर भी अपना नामांकन भर दिया है। 

एक नहीं दो-दो नामांकन भरेंगे

धौलपुर के बाड़ी से कांग्रेस विधायक मलिंगा का कांग्रेस की पांचवी सूची में भी नाम नहीं आया है। 

इससे वे बेहद नाराज दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी ठान रखी है और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भी नामांकन दाखिल कर दिया है। 

ऐसे में मलिंगा ने दो नामांकन भरे हैं। एक कांग्रेस पार्टी से भरा है तो वहीं दूसरा नामांकन निर्दलीय भरा है। 

अब अगर कांग्रेस मलिंगा का बाड़ी से टिकट नहीं देती है तो भी उनका निर्दलीय चुनाव लड़ना तय हो गया है।

हालांकि ये भी बताया जा रहा है कि विधायक मलिंगा ने टिकट मिलने के आश्वासन पर ही नामांकन दाखिल किया। 

इससे पहले तक कांग्रेस विधायक मलिंगा की बीजेपी में जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ रखा था, लेकिन उनके निर्दलीय पर्चा भरने के बाद ये तय हो गया है कि अब वे भाजपा में नहीं जाएंगे, लेकिन कांग्रेस को भी नुकसान पहुंचाएंगे। 

आपको बता दें कि टिकट नहीं मिलने से नाराज विधायक मलिंगा ने दिल्ली जाकर राजस्थान भाजपा चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी से मुलाकात की थी।जिसके बाद से ही उनके भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। 

ऐसे में घबराए कांग्रेस आलाकमानों ने विधायक मलिंगा से चर्चा कर उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया था। 

राजस्थान में मतदान की तारीख जैसे-जैसे करीब आती जा रही है पार्टियों और नेताओं की धड़कनें भी बढ़ती जा रही है।

हालांकि, प्रदेश की दोनों ही बड़ी पार्टियां भाजपा और कांग्रेस डेमेज कंट्रोल में लगी हुई है। 

राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।

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