Highlights
जिस गुड़ामालानी विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक और अशोक गहलोत सरकार के मंत्री हेमाराम चौधरी ने युवाओं को मौका देने के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट लेने से इनकार कर दिया। उसी गुड़ामालानी सीट से कांग्रेस पार्टी ने सोनाराम चौधरी को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
बाड़मेर | Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी सीट पर बड़ा ही जोरदार वाक्या देखने को मिला है।
जिले की जिस गुड़ामालानी विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार के मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Choudhary) ने युवाओं को मौका देने के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट लेने से इनकार कर दिया।
उसी गुड़ामालानी सीट से कांग्रेस पार्टी ने सोनाराम चौधरी (Sonaram Choudhary) को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
दरअसल, राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने जा रही है और आज नामांकन भरने का आखिरी दिन भी है।
ऐसे में बाड़मेर की गुड़ामालानी विधानसभा सीट काफी चर्चा में आ गई है।
पार्टी ने यहां से 6 बार के विधायक रहे हेमाराम चौधरी के युवा कार्यकर्ताओं के लिए किए गए त्याग को भूलकर फिर से उम्रदराज प्रत्याशी को चुनावी रण में उतार दिया है।
हेमाराम चौधरी ने कहा- युवाओं को मौका मिलना चाहिए
आपको बता दें कि 75 साल के हो चुके 6 बार के विधायक और मंत्री हेमाराम चौधरी ने उम्र का हवाला देते हुए कहा था कि अब मुझे के लिए अपनी सीट छोड़ देनी चाहिए ताकि युवा कार्यकर्ताओं को मौका मिल सके।
कांग्रेस पार्टी को भी अब युवाओं को ज्यादा अवसर देना चाहिए, क्योंकि पार्टी ने उन्हें भी युवा अवस्था में बड़ा अवसर दिया था।
हालांकि, गुड़ामालानी क्षेत्र के लोग हेमाराम चौधरी को किसी भी हालत में चुनाव लड़ाने पर अड़े रहे। लोगों ने सभाएं कर उन्हें मनाने के लिए जमकर प्रयास किया और चुनाव लड़ाने के लिए अड़ गए, लेकिन युवाओं को मौका देने के लिए हेमाराम ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
इसके लिए 26 अक्टूबर को हेमाराम ने एक पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम लिखा और टिकट नहीं लेने का आग्रह किया।
लेकिन कांग्रेस पार्टी ने तो गजब ही ढहा दिया, युवा उम्मीदवार को मौका देने के बजाए, हेमाराम चौधरी से भी बड़ी उम्र के 78 साल के सोनाराम को गुड़ामालानी से चुनाव मैदान में उतार दिया है।
एक मजेदार बात और ये है कि पूर्व सांसद सोनाराम ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ज्वाइन की थी। कर्नल सोनाराम चौधरी 5 नवंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुए थे सोनाराम के अचानक कांग्रेस में शामिल होने के फैसले ने सबको चौंका दिया था